2017 की शुरुआत में लगभग 4 साल बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की सबसे शानदार 150 रनों की पारी खेली। हालांकि वो इस लय को ज्यादा समय के लिए बरकरार नहीं रख पाए और जून में हुए वेस्टइंडीज दौरे के बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
युवराज सिंह ने 10 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके बाद से वो सिर्फ विदेशों में होनी वाली लीग में खेल रहे हैं। युवराज के अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने कई मौकों पर टीम को मुश्किल से निकाला है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 17 शतक और 71 अर्धशतक भी लगाए।
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इस लिस्ट में हम युवराज सिंह की ऐसी शानदार पारियों की बात करेंगे:
#122 रन बनाम पाकिस्तान (2006 लाहौर)
युवराज सिंह के अंदर जितना टैलेंट था उसका इस्तेमाल वो कभी भी टेस्ट क्रिकेट में नहीं कर पाए और यहीं वजह थी कि वो अपने पूरे करियर में नेशनल टीम का नियमित सदस्य नहीं बन पाए। यह कहने के बाद ऐसा नहीं था कि उन्होंने अपने टेस्ट करियर में कोई शानदार पारी खेली ही नहीं।
साल 2006 में पाकिस्तान के दौरे में कराची में हुए आखिरी टेस्ट की चौथी पारी में इंडिया 607 रनों का लक्ष्य का पीछा कर रही थी और जब वो बल्लेबाजी करने आए, तो टीम का स्कोर 74 पर 4 था। इसके बाद निचले क्रम के साथ बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने शानदार 122 रन बनाए, लेकिन उनकी उस पारी का महत्व ज्यादा नहीं था, क्योंकि इंडिया वो मैच 342 रनों से हार गई। युवी ने उस मैच में भारत के लिए दोनों पारियों में सर्वाधिक रन बनाए थे। युवराज सिंह ने 144 गेंदों में 19 चौके और एक छक्के की मदद से 122 रन बनाए और आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए थे।
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#118 रन बनाम इंग्लैंड (2008 इंदौर)
साल 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट वनडे में शानदार पारी खेलने के बाद युवराज ने इंदौर में हुए दूसरे वनडे में भी अपनी फॉर्म को जारी रखा। युवराज जब बल्लेबाजी करने आए, तो टीम का स्कोर 29 पर 3 था और उसके बाद उन्होंने गौतम गंभीर के साथ 134 रनों की शानदार साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 292 रनों तक पहुंचाया।
आउट होने से पहले युवराज ने 122 गेंदों में 118 रनों की पारी खेली, युवी ने बल्ले के बाद गेंद से भी अपना जलवा बिखेरा और 28 रन देकर इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर के 4 विकेट भी चटकाए। उन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
#70 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2007 टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल, डरबन)
इंग्लैंड के खिलाफ करो या मरो के मैच में ताबड़तोड पारी खेलने के बाद युवराज ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी मुश्किल स्थिति में एक मैच जिताऊ पारी खेली।
जल्द ही दो विकेट गंवाने के बाद मैदान में युवी ने एक के बाद एक जबरदस्त शॉट की बारिश सी कर दी और मात्र 30 गेंदों में 70 रन बनाए। उस मैच को भारत ने 15 रनों से अपने नाम किया था और फाइनल में जगह बनाई, जहां इंडिया का सामना पाकिस्तान से हुआ था।
#103 बनाम साउथ अफ्रीका (2005 हैदराबाद)
हैदराबाद में हुए सीरीज के पहले मैच में टॉस हारने के बाद भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद जब युवराज सिंह की एंट्री तब हुई , जब इंडिया का स्कोर 5 रन था और 3 बड़े बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद जल्द ही टीम का स्कोर 35 पर 5 हो गया।
इसके बाद युवराज ने पहले इरफान पठान, फिर महेंद्र सिंह धोनी और अजीत अगरकर के साथ साझेदारी कर टीम को 249 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और 103 रनों की पारी के दौरान अपने करियर का 5वां शतक भी लगाया।
हालांकि उनकी पारी टीम के काम ना आ सकी और साउथ अफ्रीका ने उस मैच को 5 विकेट से अपने नाम किया। युवी को शानदार शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
#150 रन बनाम इंग्लैंड (कटक, 2017)
2017 में टीम में वापसी करने के बाद युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ हुए दूसरे वनडे में एक बार फिर अपने आलोचकों का मुंह बंद किया। 22 पर दो विकेट गिरने के बाद जब वो बल्लेबाजी करने आए, तो उनके ऊपर एक तो खुद को साबित करने का दबाव था औऱ साथ ही में उन्हें टीम को मुश्किल स्थिति से भी निकालना था। युवी ने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया और अपने करियर की बेस्ट पारी खेलते हुए 150 रन बनाए।
उस मैच में धोनी के साथ हुई 256 रनों की साझेदारी के दम पर भारत ने 381 रन का टार्गेट सेट किया और अंत में भारत ने उस मैच को 15 रनों से अपने नाम किया। युवराज को 150 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।