#2. भुवी को अपनी स्विंग मिली
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ की शुरुआत से पहले, भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता भुवनेश्वर कुमार की फॉर्म थी। इंग्लैंड दौरे में वह चोट से उबरने के बाद से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे।
लेकिन इस सीरीज़ में, हमने पुराने भुवनेश्वर कुमार की झलक देखी। उन्होंने पारी की शुरुआत में अपनी स्विंग से बल्लेबाज़ों को खूब परेशान किया और डेथ ओवरों में भी विराट कोहली के विश्वसनीय गेंदबाज रहे। गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराकर उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों को क्रीज़ पर टिकने का समय नहीं दिया। भुवी ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच को तीन मैचों में हर बार अपनी स्विंग के जाल में फंसाकर आउट किया।
स्पिंग के साथ साथ उन्होंने 'नकल बॉल' और यॉर्कर्स का बखूबी इस्तेमाल किया और इस सीरीज़ में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे। उन्होंने तीन मैचों में 4.96 की बढ़िया इकोनॉमी रेट के साथ कुल 8 विकेट लिए।
इस सीरीज़ में शायद भारतीय टीम के लिए यह सबसे बड़ा सकारात्मक पहलु रहा। विश्व कप की तैयारियों को देखते हुए भुवी का सही समय पर फॉर्म में आना टीम के लिए एक शुभ संकेत है।