"एक कप्तान को दस अलग-अलग मानसिकता के खिलाड़ियों को साथ लेकर चलना होता और सबके साथ बिना किसी भेद के समान व्यवहार करके टीम को जीत के लिए प्रेरित करना होता है" - स्टीव वॉ
उपरोक्त कथन क्रिकेट के खेल में एक कप्तान के महत्व पर जोर देता है। टॉस से लेकर, उचित गेंदबाज का चयन करने, सही दिशा में फील्डरों को खड़े करने से लेकर कप्तानी पारी खेलने तक, यह सब बातें एक कप्तान की अहमियत के बारे में बताती हैं। मैच के दौरान कप्तान द्वारा लिए गए सिर्फ एक फैसले से पूरे मैच की दिशा बदल सकती है।
लेकिन टी-20 जैसे फटाफट क्रिकेट के प्रारूप में कप्तान के लिए चुनौतियाँ और भी बढ़ जाती हैं। वहीं आईपीएल जैसे मेगा टूर्नामेंट में एक कप्तान के कौशल का सही परीक्षण होता है क्यूँकि उसे ना केवल मैच के दौरान साहसिक फैसले लेने पड़ते हैं बल्कि विभिन्न देशों के खिलाड़ियों को एक साथ लेकर चलना होता है।
इन चुनौतियों के बावजूद आईपीएल इतिहास में कुछ कप्तानों ने असाधारण प्रदर्शन किया है।
तो आईपीएल 2019 की शुरुआत से पहले, एक नज़र डालते हैं आईपीएल इतिहास के पांच सबसे सफल कप्तानों पर:
#5. शेन वॉर्न (मैच- 55, जीत- 30, हार- 24, टाई- 1, जीत प्रतिशत- 54.45)
शेन कीथ वॉर्न दुनिया के सबसे तेज़-तर्रार क्रिकेटरों में से एक रहे हैं। वह हमेशा मैदान में और मैदान के बाहर भी अपनी हरकतों की वजह से चर्चा में रहे हैं।
वार्न को अक्सर उनके साथियों और पूर्व क्रिकेटरों द्वारा “सर्वश्रेष्ठ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान" के रूप में संदर्भित किया जाता है। आंकड़ों पर एक नज़र डालें तो उन्होंने 11 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व करते हुए उनमें से 10 में अपनी टीम को जीत दिलाई है। हालाँकि, दुर्भाग्य से, उन्होंने कभी भी टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व नहीं किया।
लेकिन वार्न ने 2008 में आईपीएल के उद्घाटन सत्र में राजस्थान रॉयल्स का कप्तान बनाए जाने पर अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया। रॉयल्स की उस टीम में ज़्यादातर खिलाड़ी युवा और अनुभवहीन थे लेकिन ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने उन्हें ना केवल प्रेरित किया बल्कि बड़ी ही सूझबूझ और चतुराई से उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी लिया। रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी जो इस समय भारतीय टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं, कप्तान वार्न की ही खोज हैं।
अपनी कप्तानी में उन्होंने रॉयल्स को उनका पहला और एकमात्र आईपीएल ख़िताब जिताया। इसके साथ ही वार्न ने आईपीएल के पहले सीज़न में गेंद से भी ज़बरदस्त प्रदर्शन किया और 19 विकेट लेकर उस सीज़न में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे।
#4. गौतम गंभीर (मैच- 129, जीत- 71, हार- 57, टाई- 1, जीत प्रतिशत- 55.03)
गौतम गंभीर को आईपीएल सीज़न 2009 में वीरेंदर सहवाग के प्रतिस्थापन के रूप में दिल्ली कैपिटल्स का नया कप्तान बनाया गया था और दिल्ली के इस खिलाड़ी ने कप्तान के रूप में अपने पहले ही सीज़न में कैपिटल्स को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। अगले सीज़न में भी उन्हें कप्तान के तौर पर बरकरार रखा गया लेकिन एक कप्तान के तौर पर उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए किया और सीज़न 2012 और 2014 में दो बार कोलकाता को आईपीएल चैंपियन बनाया।
अपनी बेहतरीन कप्तानी के साथ-साथ गौतम ने बल्ले के साथ भी ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। आईपीएल 2012 में उन्होंने 143.55 की शानदार स्ट्राइक रेट से 590 रन बनाए और इसके साथ ही वह रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के क्रिस गेल के बाद दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे।
हालाँकि आईपीएल 2014 में बल्ले के साथ उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा लेकिन फिर भी अपनी सूझ-भूझ भरी कप्तानी से केकेआर को दूसरी बार आईपीएल का ख़िताब जिताया।
#3. रोहित शर्मा (मैच- 89, जीत- 51, हार- 37, टाई- 1, जीत प्रतिशत- 57.31)
आईपीएल सीज़न 2013 में रिकी पोंटिंग द्वारा कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा को मुंबई इंडियंस का कप्तान बनाया गया। कप्तान के रूप में अपने पहले ही आईपीएल में उन्होंने मुंबई को टूर्नामेंट का ख़िताब जिता दिया।
उस सीज़न में वह 538 रन बनाकर मुंबई की ओर से सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी और उस सीजन के छठे सबसे बड़े रन स्कोरर रहे।
2015 में रोहित ने दोबारा मुंबई इंडियंस को आईपीएल चैम्पियन बनाया। ईडन गार्डन में सीएसके के खिलाफ खेले गए फाइनल मैच में उन्होंने कप्तानी पारी खेलते हुए सिर्फ 26 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और मुंबई को निर्धारित 20 ओवर में 202 के स्कोर तक पहुंचाया। मुंबई ने यह मैच 41 रनों से जीता था।
उसके बाद 2017 में पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ फाइनल में उन्होंने 129 जैसे मामूली स्कोर का बचाव कर सिर्फ एक रन से मुंबई को जीत दिलाई। इस समय रोहित विराट कोहली और सुरेश रैना के बाद आईपीएल इतिहास में तीसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं।
#2. एमएस धोनी (मैच- 159, जीत- 94, हार- 64, टाई- 1, जीत प्रतिशत- 59.11)
आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी का इस सूची में पहले नंबर पर ना होना शायद काफी लोगों के लिए आश्चर्य की बात होगी। पिछले नौ सत्रों से लगातार चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रहे माही ने अपनी कप्तानी में चेन्नई को 2010, 2011 और 2018 में आईपीएल चैम्पियन बनाया जबकि चार बार यह टीम उपविजेता रही।
उनकी कप्तानी में सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और भारतीय टीम में अपनी जगह भी बनाई।
अपनी कप्तानी में धोनी ने कुल 159 मैचों में 94 में जीत हासिल की है और उनका जीत प्रतिशत लगभग 60 के करीब रहा है। अपनी कप्तानी के अलावा, धोनी सीएसके के लिए एक स्टार फिनिशर भी रहे हैं। उन्होंने आईपीएल सीज़न 2011 में 43.55 की शानदार औसत और लगभग 160 की स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाकर चेन्नई को लगातार दूसरी बार आईपीएल चैम्पियन बनाने में सूत्रधार भूमिका निभाई थी।
#1. सचिन तेंदुलकर (मैच 51, जीत- 31, हार- 22 टाई- 0, जीत प्रतिशत 60.78)
सचिन तेंदुलकर का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक भारतीय कप्तान के रूप में रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा लेकिन आईपीएल में उन्होंने अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया।
कप्तान के रूप में 60 से ज़्यादा के अपने जीत प्रतिशत के साथ, तेंदुलकर आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान हैं। हालांकि उनकी कप्तानी में मुंबई ख़िताब नहीं जीत पाई लेकिन उन्होंने आईपीएल सीज़न 2010 में इंडियंस को फाइनल तक ज़रूर पहुंचाया था।
शीर्ष क्रम में तेंदुलकर द्वारा बनाये 48 रनों के बावजूद मुंबई यह फाइनल चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों 22 रन से हार गई थी। सचिन उस सीज़न में 47.53 की शानदार औसत के साथ 618 रन बनाकर उस सीज़न के अग्रणी रन स्कोरर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने 'मैन ऑफ़ द सीरीज़' का पुरस्कार भी जीता।
इसके बाद सीज़न 2011 में उन्होंने मुंबई इंडियंस को प्लेऑफ़ में पहुंचाया। बाद में, तेंदुलकर ने कप्तानी छोड़ दी और टीम के मेंटर की भूमिका निभाई।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं