इंडियन प्रीमियर लीग एक ऐसा मंच है जहां से कई खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन करके रातों रात चर्चे में आ जाते हैं और खूब नाम कमाते हैं। आईपीएल में प्रति वर्ष नए-नए खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिसमें कई खिलाड़ी आगे चलकर राष्ट्रीय टीम में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब होते हैं। युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी आईपीएल में शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की कर पाए हैं।
लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो आईपीएल का बहुत दिनों तक हिस्सा रहे लेकिन वे कब आईपीएल से गायब हो गए किसी को पता ही नहीं चला, कोई खिलाड़ी शतक लगाने के बावजूद भी टीम में अधिक दिन तक नहीं बन पाया तो कोई व्यक्ति गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी टीम में जगह नहीं बना पाया
आज हम ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बात करने आज रहे हैं जिन्होंने अपने आईपीएल कैरियर में कई मौकों पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उनका करियर अधिक दिन तक नहीं रहा और वे आईपीएल से गायब हो गए।
#5. स्वप्निल असनोदकर:
गोवा के सलामी बल्लेबाज स्वप्निल असनोदकर आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व करते थे। वे ग्रीम स्मिथ के साथ सलामी बल्लेबाज थे। स्वप्निल ने कुल 20 आईपीएल मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने मात्र 21.15 की औसत से 423 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 124.78 का रहा है। साल 2008 में उन्होंने 9 मैचों में 311 रन बनाए थे। उन्होंने कोलकाता के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही 34 गेंदों पर 60 रनों की शानदार पारी खेली थी जबकि साल 2009 में उन्होंने 8 मैचों में मात्र 98 रन ही बना पाए। अगले सीजन यानी 2010 में वे 2 मैचों में मात्र 5 रन ही बना सके जबकि 2011 में उन्होंने 1 मैच में मात्र 9 रन ही बनाए थे। इस खराब प्रदर्शन के कारण वे आईपीएल से गायब हो गए और उन्हें दोबारा कभी आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिला।
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#4. रजत भाटिया:
दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) की ओर से अपना आईपीएल करियर शुरू करने वाले गेंदबाजी ऑलराउंडर रजत भाटिया भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अचानक ही वे आईपीएल से बाहर हो गए। उन्होंने अपने अधिक मैच कोलकाता नाइटराइडर्स की ओर से खेले हैं। भाटिया ने 95 मैचों की 91 पारियों में कुल 71 विकेट चटकाए हैं जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 4/15 रहा है। उन्होंने अपना अंतिम सीजन 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से खेला था।
#3. मनविंदर बिस्ला:
बल्लेबाज मनविंदर बिस्ला ने डेक्कन चार्जर्स की ओर से अपना आईपीएल करियर शुरू किया था। लेकिन उन्होंने अपने ज्यादा आईपीएल मैच कोलकाता नाइटराइडर्स की ओर से खेला था। मनविंदर बिस्ला ने 2012 के फाइनल में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 48 गेंदों पर 84 रनों की पारी खेलकर कोलकाता नाइटराइडर्स को जीत दिलाई थी। बिस्ला में आईपीएल के 39 मैचों में 21.0 की औसत से 798 रन बनाए हैं जिसमें 4 अर्धशतक शामिल है। उन्होंने अपना अंतिम सीजन 2015 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेला था। इसके बाद वे अचानक आईपीएल से दूर हो गए।
#2. पॉल वाल्थटी:
पॉल वाल्थटी ने अपना आईपीएल करियर 2009 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से शुरू किया था। इसके बाद 2011में वे किंग्स इलेवन पंजाब टीम एक हिस्सा बन गए। उन्हें बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के बैकअप के रूप में खरीदा गया था। वे पंजाब की ओर से सलामी बल्लेबाज थे। उन्होंने 2011 में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 189 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 63 गेंदों में 120 रनों की शानदार पारी खेलकर अपने टीम को 5 गेंद शेष रहते हुए 6 विकेट से जीत दिलाई थी। वह उस सीजन का पहला शतक था। लेकिन पॉल वाल्थटी का आईपीएल करियर 2012 में ही समाप्त हो गया जो काफी चौंकाने वाला रहा।
#1. उन्मुक्त चंद:
उन्मुक्त चंद 2012 की भारतीय अंडर-19 विजेता टीम की कप्तानी कर चुके हैं। उन्होंने फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक भी लगाया था। वे 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स द्वारा खरीदे गए थे लेकिन उन्होंने अपने आईपीएल करियर में कुछ खास मुकाम हासिल नहीं किया। उन्होंने आईपीएल में कुल 21 मैच खेले जिसमें उन्होंने 15 की औसत से मात्र 300रन बनाए हैं जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। शुरुआत में उनकी तुलना विराट कोहली से की जाती थी लेकिन वे उनके जैसा कोई कमाल नहीं कर सके। अंततः अब ये आईपीएल से गायब हो चुके हैं।