#4. ऋषभ पंत की आतिशी बल्लेबाज़ी
पिछले साल ट्रेंट ब्रिज में टेस्ट डेब्यू के बाद से ही ये एक चर्चा का विषय बना हुआ था की क्या इस युवा खिलाड़ी में स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता है या नहीं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे पर सबको यह जरूर बता दिया की उनमें स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता है।
पिछले हर गेम में ये देखा गया है कि वे 20-30 रन बनाने के बाद एक ख़राब शॉट के कारण अपना विकेट फेंक दिया करते थे। लेकिन सिडनी में पहली बार उन्होनें संजीदगी दिखाई और लंबी बल्लेबाज़ी भी की।
सिडनी में शतक बनाने वाले वह पहले भारतीय विकेट-कीपर बल्लेबाज़ बने और कई सारे रिकॉर्ड को भी अपने नाम किया। सातवें विकेट के लिए जडेजा के साथ उनकी 204 रन की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग साझेदारी बहुत निर्णायक साबित हुई । अगर ऋषभ अपनी विकेट-कीपिंग में सुधार ला सकेंगे, निश्चित रूप से वह भारत के महनतम विकेट-कीपर बल्लेबाज़ के रूप में उभर सकते हैं।