#2. बुमराह की निरंतर अच्छी गेंदबाजी
अगर पुजारा भारत की बल्लेबाजी के नायक रहे, तो जसप्रीत बुमराह भारत के गेंदबाज़ों के केंद्र बिंदु थे। इस युवा खिलाड़ी ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कैपटाउन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से गेंदबाजी में गज़ब की तेजी, सटीकता और निरंतरता का गठजोड़ पेश किया है। केवल 10 टेस्ट मैचों के इतने छोटे से करियर में, बुमराह की कामयाबी सराहिनिये हैं।
21 विकेटों के साथ इस श्रृंखला में सबसे अधिक विकेट लेकर बुमराह, कप्तान कोहली के लिए तुरूप का एक्का बनकर उभरे है। बल्लेबाजों पर पैनी नज़र और गेंदबाजी में उनका अनुमान, उनके लिए बेहद कारगार साबित होता है।
अपनी योजनाओं को अंजाम देने और उनकी विकेट लेने की क्षमताओं के कारण उन्हें एक जबरदस्त टेस्ट गेंदबाज़ के रूप में देखा जाता है। बुमराह भारतीय क्रिकेट में आने वाले वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन जायेंगे इसमें कोई दोहराय नहीं है।