#1. पुजारा की धुल चटा देने वाली अचूक बल्लेबाज़ी
ये बेहद खुशी की बात है की भारतीय टीम में एक विश्वसनीय तीन-नंबर बल्लेबाज आया। पुजारा ने भारत की इस बड़ी जीत की नींव रखी। इस श्रृंखला की शुरुआत से ही पुजारा सबकी आकांक्षाओं पर खड़े उतरे, खासकर जब टीम को उनकी जरूरत थी। अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी से पुजारा ने वास्तव में दोनों टीमो के बीच एक बड़ा अंतर पैदा कर दिया।
अपने पिछले दौरे से सबक लेते हुए, उन्होंने इस दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस श्रृंखला में 74.43 के आश्चर्यजनक औसत से 521 रन बनाए, जिसमें तीन शानदार शतक भी शामिल है।
किसी भी भारतीय के द्वारा एक श्रृंखला में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने की बड़ी उपलब्धि को भी हासिल किया। उन्होंने राहुल द्रविड़ की 1203 गेंदें खेलने के रिकॉर्ड को तोड़कर पूरी श्रृंखला में 1258 गेंदें खेलीं। यह उनके लिए और टीम के लिए एक यादगार उपलब्धि होगी।