क्रिकेट में हमेशा ही ऐसे गेंदबाज रहे हैं, जिन्हें हमेशा ही बल्लेबाजी करने में काफी मज़ा आता हैं और कई बार कुछ गेंदबाजों ने मुश्किल स्थिति में से टीम को निकालकर यह साबित भी किया है। अपनी विकेट आसानी से न देकर कई बार उन्होंने अपनी टीम को मुश्किलों से निकाला है। वो भी एक ऐसी चीज के लिए, जिसके लिए वो जाने तक नहीं जाते। कुछ गेंदबाजों ने बल्ले के साथ ऐसे रिकॉर्ड बनाए हुए हैं, जिसे देखकर कोई भी बल्लेबाज़ गर्व महसूस करेगा।
हमें उन गेंदबाज़ों को थोड़ा महत्व देने की जरूरत हैं, इसलिए उन्हीं गेंदबाजों की एक लिस्ट आपके सामने है।
कौन कौन हैं इस लिस्ट में ? आइये नज़र डालते हैं
5) जेसन गिलेस्पी
जेसन गिलेस्पी ने हमेशा ही ऑस्ट्रेलिया के लिए कुछ अच्छी गेंदबाजी करते हुए टीम को मुश्किल से निकाला है।
हालांकि उन्होंने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर तब दर्ज कराया, जब बांग्लादेश के खिलाफ 2006 में चटगांव में नाबाद 201 रन बनाए और किसी भी नाइटवॉचमैन द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया।
गिलेस्पी ने माइकल हसी के साथ मिलकर 320 रन की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलिया को 581 के स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने उस पारी में 574 मिनट तक बल्लेबाज़ी की और 201 रनों की की पारी में 425 गेंदों का सामना किया। उन्होंने यह कारनामा अपने जन्मदिन 19 अप्रैल को किया था।
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4) अजीत अगरकर
अजीत अगरकर ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में ऐतिहासिक शतक लगाया था। अगरकर के नाम बल्ले से एक और स्पेशल रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने साल 2000 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ राजकोट में 21 गेंदों पर अर्धशतक लगाया था और यह भारत की तरफ से लगाई गई अब तक की सबसे तेज़ फिफ्टी भी है। 268 के धमाकेदार स्ट्राइक रेट से अगरकर ने 25 गेंदो पर 67 रन बनाए और उनकी उस पारी में 7 चौके और 4 बड़े छक्के शामिल थे, जिससे भारत 301 रन बनाने में कामयाब रहा था। उनकी बल्लेबाज़ी पर कभी भी शक नहीं किया जा सकता।
3) शेन वॉर्न
दुनिया के महान लेग स्पिनर्स में शुमार शेन वॉर्न बल्ले के साथ भी कम उपयोगी नहीं थे। उनके नाम टेस्ट में रिकॉर्ड 708 विकेट दर्ज हैं, इसके साथ ही उनके नाम बिना शतक लगाए, सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी हैं। यह बात सच है कि अगर उनके नाम टेस्ट शतक होता, तो उनके आंकड़े और अच्छे हो जाते, लेकिन उन्होंने कभी भी बल्ले के साथ टीम को निराश नहीं किया और जरूरत पड़ने पर टीम को अपना योगदान दिया हैं।
वॉर्न ने 145 टेस्ट में 3,154 रन बनाए, जोकि बिना शतक लगाए सबसे ज्यादा रन हैं। उनका सबसे बड़ा स्कोर 99 का हैं, जो उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पर्थ में साल 2001 में लगाया था।
2) एश्टन एगर
ऑस्ट्रेलिया के इस युवा खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाज़ी की काबिलियत अपने पहले मैच में ही दिखा दी थी, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में एशेज़ के पहले ही टेस्ट में 98 रन बनाए। अपने पहले मैच में किसी भी 11 वें नंबर के बल्लेबाज़ की तरफ़ से बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर था।
98 रन का स्कोर टेस्ट क्रिकेट में किसी भी 11वे नंबर के बल्लेबाज़ बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर था। बाएं हाथ के स्पिनर ने अपनी बल्लेबाज़ी के दम पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 280 तक पहुंचाया। उन्होंने आखिरी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी बनाया। उन्होंने स्वर्गीय फ़िल ह्यूज के साथ मिलकर 163 रन जोड़े। ह्यूज ने 81 रन की पारी खेली थी।
1) वसीम अकरम
पाकिस्तान के महान तेज़ गेंदबाजों में से एक रहे वसीम अकरम ने अपना नाम रिकॉर्ड में तब दर्ज कराया, जब उन्होंने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 1996 में शेखपुरा में 257 रन बनाए।
अकरम ने उस पारी के दौरान 12 छक्के लगाए, जो आज भी रिकॉर्ड में दर्ज हैं। अकरम ने इसके अलावा सकलैन मुश्ताक़ के साथ मिलकर 313 रन की साझेदारी की और टीम का स्कोर 533 रन तक पहुंचाया। उनके द्वारा बनाया गया 257 रन का स्कोर किसी भी 8वें नंबर के बल्लेबाज़ द्वारा बनाया गया, सबसे बड़ा स्कोर हैं।
वो मैच ड्रॉ रहा था, जिसका कारण अकरम की रिकॉर्ड बैटिंग थी। अकरम के नाम 916 इंटरनेशनल विकेट दर्ज हैं और वो अपने बल्ले के साथ प्रदर्शन से काफी खुश होंगे।