भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में कई यादगार पारियां खेली है। युवराज सिंह ने हमेशा ही मुश्किल परिस्थिति में आते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है और भारत को यादगार जीत दिलाई है। 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। युवराज सिंह ने इन दोनों ही टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में युवराज सिंह ने 400 से ज्यादा मुकाबले खेले और इस बीच 17 शतक भी लगाए। हालांकि युवराज सिंह ने जहां कई महत्वपूर्ण पारियां खेलते हुए भारत को जीत दिलाई है, तो उनकी कई पारी भारत को जीत नहीं दिला पाई।
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इस आर्टिकल में हम युवराज सिंह द्वारा खेली गई ऐसी ही पारियों के ऊपर नजर डालेंगे:
#) 93 रन vs वेस्टइंडीज, मई 2006
2006 में भारत ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था और सीरीज का दूसरा मुकाबला किंग्सटन में 20 मई 2006 को खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ने रामनरेश सरवन के 98 रनों की बदौलत 50 ओवरों में 198-9 का स्कोर खड़ा किया और भारत को 199 रनों का लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए 37-2 के स्कोर पर युवराज सिंह बल्लेबाजी करने आए। युवराज सिंह ने एक छोर संभालते हुए मैच में भारत को बनाए रखा, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से ज्यादा साथ नहीं मिला। उन्होंने बस सुरेश रैना के साथ मिलकर 64 रनों की साझेदारी की और भारत के स्कोर को 100 के पार लेकर गए। हालांकि युवराज सिंह ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए मैच को आखिरी ओवर तक लेकर गए।
युवराज सिंह ने आखिरी ओवर में दो चौके लगाए, लेकिन ड्वेन ब्रावो के ओवर की चौथी गेंद पर वो बोल्ड हो गए और भारत इस मैच को एक रन से हार गया। युवराज सिंह ने 121 गेंदों में 8 चौके और एक छक्के की मदद से 93 रन बनाए, लेकिन उनकी यह पारी भारत को जीत नहीं दिला पाई।
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