पिछले साल इंग्लैंड की टीम भारत दौरे (IND vs NZ) पर आई थी और तब पिचों को लेकर काफी बहस देखने को मिली और इस मुद्दे को लेकर पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन ने भी रैंक टर्नर पिचों की आलोचना की थी। इंग्लिश टीम उन पिचों पर संघर्ष करती हुई दिखी और भारत ने पहला टेस्ट हारने के बाद आसानी से सीरीज अपने नाम की थी।
हालांकि जब विदेशों में सीमिंग विकेट्स पर पहले दिन ज्यादा विकेट गिरते हैं तो पिच को लेकर इतनी बात नहीं की जाती है। लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन जब 17 विकेट गिरे तो भारतीय फैंस ने लॉर्ड्स की पिच को लेकर इंग्लैंड को ट्रोल किया।
हालाँकि अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने दोनों तरह की पिचों में एक बड़ा अंतर बताया है। चोपड़ा के मुताबिक रैंक टर्नर पर बल्लेबाजी मुश्किल होती जाती है लेकिन सीमिंग विकेटों पर शुरू में दिक्कतें आती हैं लेकिन उसके बाद बल्लेबाजी आसान हो जाती है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,
चल रहे #EngvNZ टेस्ट ने पहले दिन रैगिंग टर्नर और एक सीमर-अनुकूल पिच के बीच महत्वपूर्ण अंतर को उजागर किया है …पहली वाली बल्लेबाजी के लिए मुश्किल होती जाती है और बाद वाली बल्लेबाजों को मैच की प्रगति के रूप में महत्वपूर्ण योगदान देने की अनुमति देती है।
इंग्लैंड पर हार का खतरा
लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन न्यूजीलैंड की पहली पारी महज 132 रन पर ढेर हो गई। हालांकि जवाब में कीवी गेंदबाजों ने भी पलटवार किया और इंग्लैंड की टीम को 141 के स्कोर पर ऑलआउट किया। दूसरी पारी में कीवी टीम ने 56 के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए थे लेकिन डैरिल मिचेल (108) और टॉम ब्लंडेल (96) की शानदार पारियों की मदद से न्यूजीलैंड ने 277 रनों का लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की पारी लड़खड़ा गई। टीम ने 69 के स्कोर तक अपने चार विकेट गंवा दिए थे। खबर लिखे जाने तक जो रुट और बेन स्टोक्स बल्लेबाजी कर रहे थे और इंग्लैंड को अभी भी लगभग 200 रनों की जरूरत थी। मुश्किल पिच पर इंग्लैंड की टीम परेशानी में है और हार से बचने के लिए उन्हें अपना बेहतरीन खेल दिखाना होगा।