वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिए जाने को लेकर दिग्गज ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में कई सीनियर खिलाड़ी नहीं नजर आएंगे
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में कई सीनियर खिलाड़ी नहीं नजर आएंगे

भारतीय टीम को इसी महीने वेस्टइंडीज दौरे (WI vs IND) पर जाना है, जहाँ उन्हें 3 वनडे और इतने ही मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है। वनडे सीरीज के लिए भारत के स्क्वाड का ऐलान हो चुका है और कई सीनियर खिलाड़ी हिस्सा नहीं हैं। सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है और इसको लेकर पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने सवाल खड़े किये हैं। चोपड़ा ने वनडे सीरीज के लिए चुने गए स्क्वाड से रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी को लेकर हैरानी जताई है।

रोहित और विराट कोहली दोनों ही खराब दौर से गुजर रहे हैं। आईपीएल 2022 में दोनों का ही प्रदर्शन काफी साधारण रहा था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज में इन्हें आराम दिया गया था। वहीं रोहित इंग्लैंड के खिलाफ रिशेड्यूल पांचवें टेस्ट में भी नहीं खेल पाए थे।

इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या भी कैरेबियाई दौरे पर वनडे सीरीज के लिए नहीं जाएंगे।

अपने यूट्यूब चैनल पर सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिए जाने पर सवाल खड़े करते हुए, चोपड़ा ने कहा:

बाकी सब के साथ क्या है? आप कितना आराम चाहते हैं? इससे पहले, जब कोई खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म हुआ करता था, तो उसे ड्रॉप कर दिया जाता था और घरेलू क्रिकेट में रन बनाने पर ही फिर से चुना जाता था। लेकिन अब जब भी कोई आउट ऑफ फॉर्म होता है तो वह आराम करता है। क्या आप लोगों को इसकी चिंता नहीं है?

आउट ऑफ़ फॉर्म खिलाड़ी को ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए - आकाश चोपड़ा

आकाश चोपड़ा ने खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ी के लिए गेम टाइम के महत्व का जिक्र किया। उनका मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में मेन इन ब्लू ने पर्याप्त आराम किया है। उन्होंने कहा,

मैं व्यक्तिगत रूप से सोचता हूं कि जब भी कोई खराब फॉर्म में हो तो उसे ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलना चाहिए। जब कड़ा बायो-बबल था, मार्च से सितंबर तक 2020 में लगभग छह महीने तक क्रिकेट नहीं था। अगले साल फिर आप आईपीएल का आधा हिस्सा खेलते हैं और फिर तीन-चार महीने के अंतराल के बाद दूसरा हाफ खेलते हैं। तो यह पहले से ही 2-3 साल में दस महीने का आराम है। पेशेवर खेल में आपको इससे ज्यादा आराम नहीं मिलता।

वहीं चोपड़ा ने यह भी कहा कि जब आप युवाओं को मौका दे रहे हैं और अगर उन्होंने रन बना दिए, तो आप उन्हें क्या कह कर ड्रॉप करेंगे। आप उनसे यह नहीं कह सकते कि सीनियर खिलाड़ी उपलब्ध हैं, तो आपको ड्रॉप किया जा रहा है।

Quick Links

Edited by Prashant Kumar