पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि शिखर धवन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले के दौरान एक बड़ी गलती की। उन्होंने कहा कि शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को डेथ ओवर्स के दौरान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) से गेंदबाजी नहीं करानी चाहिए थी और दीपक चाहर को ये जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी।
दीपक चाहर को 42वें ओवर के बाद गेंदबाजी पर नहीं लगाया गया। हालांकि उनके 3 ओवर बचे हुए थे। इसके बावजूद कप्तान शिखर धवन ने हार्दिक पांड्या से गेंदबाजी कराने का फैसला लिया। उनसे डेथ ओवर्स में 3 ओवर बॉलिंग करवाई गई।
हार्दिक पांड्या की जगह दीपक चाहर से डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करानी चाहिए थी - आकाश चोपड़ा
अपने यू-ट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने हार्दिक पांड्या से डेथ ओवर्स में गेंदबाजी कराने के फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा "शिखर धवन को इस मुकाबले के दौरान हार्दिक पांड्या से डेथ ओवर्स में गेंदबाजी नहीं करानी चाहिए थी। पांड्या से 41 से 44 ओवर के बीच गेंदबाजी कराई जा सकती थी और दीपक चाहर से 47वां और 49वां ओवर कराना चाहिए था। इससे आपको पता चलता कि आखिर में आकर वो कैसी गेंदबाजी करते हैं।"
आकाश चोपड़ा के मुताबिक दीपक चाहर से डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करानी चाहिए ताकि ये पता लग सके कि वो इन परिस्थितियों में बॉलिंग कर सकते हैं या नहीं।
उन्होंने आगे कहा "दीपक चाहर ने पुरानी गेंद के साथ दो विकेट लिए। ये उनके लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह था। सेलेक्टर्स पुरानी गेंद के साथ उन्हें चांस देना चाहते थे। उन्होंने दो विकेट चटकाए लेकिन हैरानी की बात ये रही कि उसके बाद उनसे गेंदबाजी नहीं कराई गई।"
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा कि कुलदीप यादव और दीपक चाहर से उनके कोटे का पूरा ओवर करवाना चाहिए था। उन्होंने कहा "हार्दिक पांड्या ने आकर आखिर के ओवरों में गेंदबाजी की। आखिरी दो ओवरों में कुल 32 रन बने। इनमें से 19 रन तो भुवनेश्वर कुमार के ओवर में आए। उससे पहले हार्दिक पांड्या भी महंगे साबित हुए थे। कुलदीप और दीपक चाहर ने अपने कोटे का पूरा ओवर नहीं डाला और इससे मैं हैरान हूं।"