Aakash Chopra on Rohit Sharma Captaincy: टीम इंडिया की न्यूजीलैंड से बेंगलुरू टेस्ट मैच में हार के बाद कई तरह से सवाल खड़े हो रहे हैं। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में लिए गए कुछ फैसले हर किसी को हैरान कर रहे हैं। जिसमें आर अश्विन को दूसरी पारी में कम गेंदबाजी करवाने को लेकर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने चुभते हुए सवाल पूछे हैं।
न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 रन का टारगेट मिला था, जिसे उन्होंने पूरे करने के लिए करीब 28 ओवर खेले, लेकिन इस दौरान आर अश्विन को सिर्फ 2 ओवर ही मिले। यही बात आकाश चोपड़ा को परेशान कर रही है और उन्होंने रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आकाश चोपड़ा ने रोहित शर्मा की कप्तानी पर खड़े किए सवाल
अपने यू-ट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा,
"इसमें कोई शक नहीं है कि रन कम थे, लेकिन हमने अश्विन से बिल्कुल भी गेंदबाजी नहीं करवाई। मैं यह नहीं कह रहा कि अगर अश्विन ने गेंदबाजी की होती तो हम मैच जीत जाते, लेकिन हमने उनसे गेंदबाजी नहीं करवाई। यह आश्चर्यजनक था। अश्विन से गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई गई? मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं है, क्योंकि अगर आप उनके आंकड़े देखें, तो वे आपकी टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। टेस्ट मैचों में उनसे ज्यादा विकेट किसी ने नहीं लिए हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज खेल रहे थे, लेकिन फिर भी आपने उनसे गेंदबाजी नहीं करवाई। यह बिल्कुल भी समझ में नहीं आता।"
5वें गेंदबाज के रूप में क्यों किया अश्विन का प्रयोग
आकाश चोपड़ा ने बुमराह-सिराज के बाद आर अश्विन से पहले रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव को लाने पर हैरानी जताते हुए कहा,
"आप अभी भी बुमराह के लंबे स्पेल को समझ सकते हैं, क्योंकि केवल दो विकेट गिरे और उन्होंने दोनों ही विकेट लिए। हालांकि, दूसरे छोर से मोहम्मद सिराज। हालांकि वे नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन जब आपने उन्हें रोका, तो आप पहले जड्डू या अश्विन को ला सकते थे, यह ठीक है, लेकिन आपने अश्विन को पांचवें विकल्प के रूप में प्रयोग किया। मैच खत्म हो चुका था। मैच में कोई जान नहीं बची थी। 15 या 20 रन बचे थे और आपने उन्हें गेंदबाजी के लिए बुलाया। बेहतर होता कि आप उन्हें गेंदबाजी ही न करवाते। यह सवाल मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा जाना चाहिए था कि रोहित भाई, आपने क्या किया? मुझे लगा कि भारत निश्चित रूप से एक चाल चूक गया और यह मेरी समझ से परे है कि अश्विन से गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई गई।"