क्रिकेट में मांकडिंग नियम के तहत जब भी किसी बल्लेबाज को आउट किया जाता है, तो इस पर बहस छिड़ जाती है। हालांकि, आईसीसी (ICC) ने मांकड़िंग के नियम को सही करार दे दिया है लेकिन ‘खेल भावना’ की बात इस पर हमेशा हावी रही है। एक ऐसा ही नजारा गुरुवार को अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान (AFG vs PAK) के बीच हंबनटोटा में खेले गए दूसरे वनडे मुकाबले में सामने आया, जिसमें अफगानी तेज गेंदबाज फज़लहक फारूकी (Fazalhaq Farooqi) ने मैच के अहम मोड़ पर शादाब खान (Shadab Khan) को मांकडिंग से रन आउट किया।
दरअसल, आखिरी के ओवरों में शादाब खान पाकिस्तान के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने टीम को जीत के करीब ला दिया था। पारी के आखिरी ओवर में भी वो खुद को जल्दी ही स्ट्राइक पर लाना चाहते थे। आखिरी ओवर की पहली गेंद डलने से पहले ही शादाब सिंगल लेने के लिए अपनी क्रीज छोड़ बैठे। इस दौरान फारूकी ने होशियारी दिखाई और उन्होंने बिना किसी चूक के नॉन स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां बिखेर दीं। इसके बाद थर्ड अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद शादाब को रन आउट करार दिया और उन्हें पवेलियन वापस लौटना पड़ा।
शादाब के रन आउट होते ही पाकिस्तानी खेमे की सांसे थम गई और अफगानिस्तान टीम ने मैच में एक बार फिर वापसी कर ली। हालाँकि, नसीम शाह ने सारा खेल बिगाड़ दिया। आखिरी ओवर के शुरुआत में शादाब (48 रन) के रन आउट होने के बाद टीम को सारी उम्मीदें नसीम शाह से थीं और उन्होंने पाकिस्तानी टीम को निराश भी नहीं किया।
फारूकी की पहली लीगल गेंद पर नसीम ने चौका जड़ दिया। इसके बाद दूसरी गेंद डॉट रही लेकिन तीसरी गेंद पर वह सिंगल लेने में कामयाब रहे। चौथी गेंद पर हारिस रउफ स्ट्राइक पर आए और तीन रन भाग कर पूरे किये। ऐसे में अब पाकिस्तान को दो गेंद में 3 रन की जरूरत थी लेकिन पांचवीं गेंद पर नसीम ने चौका जड़कर पाकिस्तान को एक विकेट से रोमांचक जीत दिलाई।
वहीं, इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रहमानुल्लाह गुरबाज (151) और इब्राहिम जदरान (80) की पारियों की मदद से 5 विकेट खोकर 300 रन बनाये थे जिसे पाकिस्तानी टीम ने एक गेंद शेष रहते 9 विकेट के नुकसान पर हासिल किया।