#) ऑलराउंडर और विकेटकीपर
युवराज सिंह
2011 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह का प्रदर्शन गेंद और बल्ले दोनों के साथ जबरदस्त रहा था। उन्होंने 9 मैचों में 4 अर्धशतक और एक शतक की बदौलत 362 रन बनाए और साथ ही में गेंद के साथ 15 विकेट भी चटकाए। उन्होंने एक मैच में 5 विकेट हॉल भी लिया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में वो प्लेयर ऑफ द मैच बने थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था।
महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर)
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस टीम के विकेटकीपर होंगे। धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप में 48 से ज्यादा की औसत से 241 रन बनाए। उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक लगाया और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 91* रन रहा। उन्हें फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।
कपिल देव (कप्तान)
भारत को 1983 में वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव के बिना यह टीम अधूरी रहती। कपिल देव इस टीम के भी कप्तान होंगे। 1983 वर्ल्ड कप में कपिल देव भारत की तरफ से सबसे ज्यादा (303) रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और गेंद के साथ उन्होंने 12 विकेट चटकाए। उन्होंने वर्ल्ड कप में बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन करके दिखाया।