मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने गुरुवार को अमित पगनीस को आगामी डोमेस्टिक सीजन के लिए अपना कोच नियुक्त किया है। भारत के घरेलू सीजन की शुरुआत 10 जनवरी से सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी के आगाज के साथ होगी।
कोच के तौर पर उनका चयन एमसीए क्रिकेट की इम्प्रूवमेंट कमेटी द्वारा किया गया है, जिसके अध्यक्ष लालचंद राजपूत हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में अमित पगनीस ने कहा,
मुझे काफी अच्छा लग रहा है। निश्चित तौर पर मेरे लिए ये काफी बड़ी जिम्मेदारी है। मेरे पास टीम को तैयार करने के लिए काफी कम समय बचा है लेकिन इसमें कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए, क्योंकि मुंबई के कुछ खिलाड़ी आईपीएल में भी खेल चुके हैं। मैं पिछले कुछ सालों से सिस्टम का हिस्सा हूं और ज्यादातर प्लेयर्स को अच्छी तरह से जानता हूं। मुझे पता है कि टीम ने पिछले दो सीजन से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम आगामी सीजन की तरफ देख रहे हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।
अमित पगनीस भारत की तरफ से डोमेस्टिक क्रिकेट में काफी रन बना चुके हैं। इसके अलावा 1998 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में वो भारतीय टीम के कप्तान भी रहे थे।
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मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने सलिल अंकोला को नियुक्त किया था चीफ सेलेक्टर
इससे पहले मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने सलिल अंकोला को चीफ सेलेक्टर भी नियुक्त किया था। सलिल अंकोला ने अपने करियर में 2 टेस्ट विकेट चटकाए और 13 वनडे विकेट भी लिए। इसके अलावा 54 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 181 विकेट लिए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 47/6 रहा। महज 28 साल की उम्र में ही बॉलीवुड में करियर बनाने की इच्छा से उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया था। उसके बाद वो कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में नजर आए।
मुंबई के अन्य तेज गेंदबाजों की तरह सलिल अंकोला भी बीसीए-मफतलाल फास्ट बॉलिंग स्कीम का हिस्सा थे। वहां पर उनकी कोचिंग इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज फ्रैंक टाइसन ने की थी। सलिल अंकोला ने अपना एकमात्र टेस्ट मैच 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में खेला था और संयोगवश ये महान सचिन तेंदुलकर का डेब्यू टेस्ट मैच भी था।
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