वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज टिनो बेस्ट ने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) और खिलाड़ियों के बीच आर्थिक परेशानी पर प्रकाश डाला है। बेस्ट का मानना है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट ने खिलाड़ियों को जहां आर्थिक सुरक्षा दी है, इससे देश का प्रतिनिधित्व करने के प्रति उनकी दिलचस्पी में कमी आई है।
एन इनिंग्स विथ पोडकास्ट में बातचीत करते हुए टिनो बेस्ट ने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल का उदाहरण दिया, जिन्हें आईपीएल जैसे टूर्नामेंट्स में खेलने का सौभाग्य प्राप्त है।
रसेल ने इस बीच कई बार अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से अपना नाम वापस लिया है और बेस्ट का मानना है कि डब्ल्यूआईसीबी की खराब आर्थिक स्थिति के कारण ऐसा हुआ है। तेज गेंदबाज ने साथ ही कारण बताए कि डब्ल्यूआईसीबी अपने खिलाड़ियों को मोटी रकम क्यों नहीं दे पा रहा है।
टिनो बेस्ट ने कहा, 'मेरे ख्याल से सर्वश्रेष्ठ और खराब चीज वेस्टइंडीज के संबंध में विश्व क्रिकेट के साथ हुई, वो फ्रेंचाइजी क्रिकेट है। खिलाड़ी आईपीएल में जाते हैं और मोटी कमाई करते हैं। आंद्रे रसेल को आईपीएल में सीजन खेलने पर ज्यादा पैसा मिलता है।'
बेस्ट ने आगे कहा, 'आंद्रे रसेल को वेस्टइंडीज के लिए मैच खेलने पर 2000 यूएस डॉलर मिलता है। बोर्ड अपने खिलाड़ियों को मिलियन डॉलर अनुबंध नहीं दे पाता क्योंकि उसके पास इतना पैसा नहीं है।'
वेस्टइंडीज को टी20 विश्व कप में हल्का मानने की भूल न करें: टिनो बेस्ट
टिनो बेस्ट का मानना है कि किरोन पोलार्ड के नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज टीम में काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौजूद हैं और यह टीम सफलतापूर्वक टी20 विश्व कप की मेजबानी कर सकती है। भले ही भारत को प्रबल दावेदार माना जा रहा हो, लेकिन बेस्ट ने कहा कि पोलार्ड और उनकी टीम ज्यादा दमदार है।
टिनो बेस्ट ने कहा, 'वेस्टइंडीज सबसे प्रतिभाशाली टी20 टीम है। इस टीम के पास सर्वश्रेष्ठ फिनिशर है। दिन के अंत में भारत दावेदार है। मगर टूर्नामेंट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के पास अपने खिताब की रक्षा करने का मौका है। जब टूर्नामेंट शुरू हो तो आप वेस्टइंडीज को हल्के में नहीं ले सकते।'