इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रू स्ट्रॉस (Andrew Strauss) अब विराट कोहली (Virat Kohli) की आलोचना में शामिल हो गए हैं क्योंकि भारत के कप्तान ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पिच का बचाव किया, जहां उनकी टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 2 दिनों के भीतर पिंक-बॉल टेस्ट जीता था। विराट कोहली ने कहा था कि बल्लेबाजी मानकों के अनुरूप नहीं हो पाई थी।
स्ट्रॉस ने एलिस्टेयर कुक के बयान का समर्थन किया है जिसमें विराट कोहली की आलोचना की गई थी। कुक ने कहा था कि इस तरह के विकेट के बाद बल्लेबाजों को दोष देना सही है? कुक ने कहा था कि यह विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी ज्यादा मुश्किल था।
स्ट्रॉस ने भी इसको लेकर कहा है कि कोहली शायद ग्राउंड्समैन की देखभाल कर रहे थे। मैं कुक की बातों से बिलकुल सहमत हूँ। स्ट्रॉस ने बल्लेबाजी के लिए इस पिच को खराब मानते हुए कोहली के बयान से असहमति जताई है।
विराट कोहली का बयान
विराट कोहली ने कहा था कि पहली पारी में पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी, बल्लेबाजी उस स्टैंडर्ड के हिसाब से देखने को नहीं मिली। बल्लेबाजों को अच्छा खेल दिखाना चाहिए था। कोहली ने पिच को ज्यादा खराब नहीं माना था।
हालांकि इंग्लैंड के ज्यादातर पूर्व खिलाड़ी अहमदाबाद टेस्ट मैच में इंग्लैंड की हार के बाद से लगातार पिच को लेकर आलोचना कर रहे हैं। इसमें केविन पीटरसन, माइकल वॉन, एलिस्टेयर कुक और अब एंड्रू स्ट्रॉस का नाम भी शामिल हो गया है।
भारतीय टीम से रविचंद्रन अश्विन ने पिच के सवाल को पूरी तरह से नकार दिया। अश्विन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पिच को लेकर किये जा रहे ड्रामे को अब बंद करना चाहिए। बल्लेबाजों को वहां रन बनाने चाहिए थे। गेंदबाजों को तो विकेट मिले ही हैं। अश्विन ने इंग्लैंड के पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए यह बयान दिया है।