2008 में हरभजन सिंह और एंड्रू साइमंड्स के बीच बड़ा विवाद हुआ था, लेकिन अब यह बात सामने आई है कि हरभजन सिंह के कारण ही एंड्रू साइमंड्स आईपीएल नहीं खेलना चाहते थे। किंग्स XI पंजाब के पूर्व सीईओ नील मैक्सवेल ने इस बात का खुलासा किया है कि आईपीएल के पहले सीजन में एंड्रू साइंमंड्स को खेलने के लिए मनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
टॉप ऑर्डर पॉडकास्ट में नील मैक्सवेल ने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को इंडियन क्रिकेट लीग की जगह इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए मनाया था। आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने मैक्सवेल को ही यह जिम्मेदारी दी थी कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी आईसीएल में नहीं खेले।
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मैक्सवेल ने पूरे मुद्दे को लेकर कहा,
"एंड्रू साइमंड्स आईपीएल नहीं खेलना चाहते थे, क्योंकि हरभजन सिंह के साथ उनका विवाद हुआ था। मुझे याद है उनके सामने कॉन्ट्रैक्ट रखना पड़ा था और पूरा समझाना पड़ा था। साइमंड्स को कम से कम 200,000 यूएस डॉलर मिलने वाले थे, जोकि ऑस्ट्रेलिया के सालाना कॉन्ट्रैक्ट के बराबर था। अंत में वो मान गए और 48 घंटों बाद उन्हें 1.2 मिलियन का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया।
सिडनी में हुआ था हरभजन सिंह और एंड्रू साइमंड्स के बीच विवाद
2007-08 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दोनों टीमों के बीच बड़ा विवाद हुआ था, जब एंड्रू साइमंड्स ने हरभजन सिंह के ऊपर आरोप लगाया था कि भज्जी ने उनके खिलाफ नस्लभेद टिप्पणी की थी। हालांकि हरभजन सिंह समेत पूरी टीम ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था।
हालांकि एंड्रू साइमंड्स और हरभजन सिंह आईपीएल में एक ही टीम में खेलते हुए नजर भी आए। 2011 में एंड्रू साइमंड्स को मुंबई इंडियंस ने खरीदा था और इसी साल हरभजन सिंह भी इस टीम का हिस्सा थे और दोनों एक साथ खेले थे। साइमंड्स ने अपने आईपीएल करियर में 39 मुकाबलों में 36.07 की औसत और 129.86 के स्ट्राइक रेट से 974 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 117* रन रहा। वो 2009 में आईपीएल का खिताब जीतने वाली डेक्कन चार्जर्स टीम का हिस्सा भी थे। गेंद के साथ भी साइमंड्स ने 7.67 की इकॉनमी रेट से 20 विकेट लिए।
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