श्रीलंका और बांग्लादेश (SL vs BAN) के बीच दिल्ली में खेले गए वर्ल्ड कप मुकाबले के दौरान जमकर विवाद देखने को मिला। एंजेलो मैथ्यूज के खिलाफ टाइम की अपील से नाराज होकर श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने मैच के बाद बांग्लादेशी प्लेयर्स के साथ हाथ नहीं मिलाया। एंजेलो मैथ्यूज ने टीम के इस फैसले को सही बताया है। उन्होंने कहा कि जब आपको अगर कोई इज्जत देता है, तभी आप उसे इज्जत देते हैं।
आईसीसी के वर्ल्ड कप मैचों के लिए नियम के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज विकेट गिरने के 120 सेकेंड के अंदर अगली गेंद खेलने के लिए तैयार नहीं होता है, तो उन्हें टाइम्ड आउट अपील के जरिए आउट करार दिया जा सकता है। ऐसा ही कुछ क्रिकेट इतिहास में पहली बार श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज के साथ हुआ। एंजेलो मैथ्यूज मैदान में तो आ गए लेकिन मैदान में आने के बाद बिना एक भी गेंद का सामना किए बगैर उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट मंगवाया और इसी चक्कर में दो मिनट से ज्यादा हो गए। शाकिब अल हसन ने इसका फायदा उठाकर टाइम आउट की अपील कर दी और मैथ्यूज को तुरंत वापस पवेलियन लौटना पड़ा।
इस घटना के बाद शाकिब अल हसन की काफी आलोचना हुई और श्रीलंकाई टीम भी काफी गुस्से में दिखी। यही वजह रही कि मैच के बाद श्रीलंका के किसी भी खिलाड़ी ने बांग्लादेशी प्लेयर्स से हाथ नहीं मिलाया।
मैं किसी तरह का कोई एडवांटेज नहीं ले रहा था - एंजेलो मैथ्यूज
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एंजेलो मैथ्यूज से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
जो लोग आपकी इज्जत करते हैं, उन्हें आपकी इज्जत करनी होती है। हम सभी क्रिकेट को आगे ले जाने वाले लोग हैं। मैं किसी भी तरह से समय बरबाद नहीं कर रहा था और ना ही किसी तरह का कोई एडवांटेज ले रहा था। मेरे हेलमेट में खराबी आ गई थी। मेरे करियर में ऐसा पहली बार हुआ है और मैं इससे काफी हैरान हूं।