एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) ने इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण को लेकर बयान दिया है। गॉल टेस्ट मैच की पहली पारी में इंग्लिश गेंदबाजों ने मेजबान टीम को 135 रन पर आउट कर दिया गया था। एक ही स्थान पर खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट के लिए एंजेलो मैथ्यूज का मानना है कि सिर्फ रक्षात्मक रवैये पर स्विच करना सभी समस्याओं का समाधान नहीं है। मैथ्यूज ने कहा कि मुझे ऐसा लगा कि मैं इंग्लैंड में स्टुअर्ट ब्रॉड का सामना कर रहा हूँ।
मैथ्यूज ने कहा कि सिर्फ बदलाव नहीं करना सही नहीं होता, आपको स्कोर बनाने के बारे में भी सोचना होता है। आपको यह समझना जरूरी होता है कि इन गेंदबाजों और परिस्थितियों में किस तरह की बल्लेबाजी की जा सकती है।
एंजेलो मैथ्यूज का पूरा बयान
मैथ्यूज ने कहा कि मैं कुसल परेरा, निरोशन डिकवेला और कुसल मेंडिस से अलग खेलता हूँ। हमें कुछ अन्य बल्लेबाजों को कॉपी करने के बजाय स्कोर करने के तरीके देखने होंगे। जो रूट ने दोहरा शतक लगाया और जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, उससे हम कुछ सीख सकते हैं। कई बार वह जो शॉट मारते हैं, उन्हें हम नहीं खेल सकते। हमें समझना होगा कि इस विकेट पर हम उनके गेंदबाजों के खिलाफ उन शॉट्स को नहीं खेल सकते।
मैथ्यूज के पास इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए प्रशंसा के शब्द थे, जो बल्लेबाजों के स्कोरिंग इरादे पर प्रभावी ढंग से एक रोक लगाते थे, खासकर पहली पारी में। गॉल की पिच पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने कटर और अन्य गेंदों का मिश्रण करते हुए एक प्रभावी गेंदबाजी की भूमिका निभाते हुए स्पिन पिच पर भी पहली पारी के दौरान तीन विकेट झटकने में सफलता अर्जित की। मैथ्यूज ने ब्रॉड की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं इंग्लैंड की परिस्थितियों में स्टुअर्ट ब्रॉड का सामना कर रहा हूँ।