Anshuman Gaekwad passed away: भारतीय क्रिकेट जगत को बुधवार (31 जुलाई) की रात एक बड़ा झटका लगा और टीम इंडिया के खिलाड़ी और कोच के तौर पर नजर आ चुके दिग्गज अंशुमान गायकवाड़ का निधन हो गया। अंशुमान लंबे समय से ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे और अब वो इस जंग में हार गए। हाल ही में अंशुमान के इलाज के लिए उनके साथ खेल चुके कई पूर्व खिलाड़ियों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया था और बीसीसीआई ने भी अपनी तरफ से मदद की घोषणा की थी। इस दिग्गज के निधन से पूरे क्रिकेट जगत में शोक की लहार छा गई है।
71 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
अंशुमान गायकवाड़ का लगभग पिछले एक साल से ब्लड कैंसर का इलाज चल रहा था और बीच में उनके पास आर्थिक तंगी की भी समस्या आई, जिसके लिए कपिल देव, दिलीप वेंगसरकर समेत कई दिग्गजों ने अपने-अपने स्तर पर मदद जुटाने का प्रयास किया था। वहीं, बीसीसीआई की तरफ से भी जय शाह ने 1 करोड़ रूपए की सहायता का वादा किया था। बताया जा रहा है कि अंशुमान हाल ही में लंदन से अपना इलाज कराकर वापस आए थे और उनका मुंबई में ही निधन हो गया।
अंशुमान गायकवाड़ के क्रिकेट करियर पर एक नजर
23 सितम्बर, 1952 को जन्में अंशुमान गायकवाड़ दाएं हाथ के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज थे। उन्हें तेज गेंदबाजों के खिलाफ मजबूत तरीके से टिककर खेलने के लिए जाना जाता था। अंशुमान ने टीम इंडिया के लिए 1975 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू से अपने करियर की शुरुआत की थी और इसके बाद वनडे खेलने में भी कामयाब रहे। इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट में 40 मैच की 70 पारियों में 30.07 की औसत से 1985 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल रहे। वहीं, वनडे करियर में 15 मैच में 1 अर्धशतक की मदद से 269 रन बनाए। गेंदबाजी में अंशुमान के नाम इन दोनों फॉर्मेट को मिलाकर 3 भी दर्ज हैं।
भारतीय टीम के लिए हेड कोच के तौर पर भी किया काम
अंशुमान गायकवाड़ का भारतीय टीम के लिए कोचिंग का कार्यकाल1997 से 2000 के बीच दो अलग-अलग भाग में रहा। उन्होंने पहली बार सचिन तेंदुलकर युग में पदभार संभाला और फिर मैच फिक्सिंग सागा के दौरान मोर्चा संभाला। उनके कार्यकाल में ही टीम इंडिया ने 2000 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल तक का सफर तय किया था, जिसमें उसे 4 विकेट से न्यूजीलैंड के खिलाफ हार मिली थी।