एशेज सीरीज (Ashes 2021-22) में इंग्लैंड की बेहद खराब प्रदर्शन को लेकर हर तरफ आलोचना हो रही है और इसी क्रम में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का नाम भी जुड़ गया है। पोंटिंग ने मौजूदा इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली टीम बताया है।
एशेज के शुरूआती दो टेस्ट हारने के बाद इंग्लैंड के पास बॉक्सिंग डे टेस्ट में सीरीज में जीतने की उम्मीदों को बनाये रखने का आखिरी मौका था लेकिन टीम का बेहद ही शर्मनाक प्रदर्शन देखने को को मिला। इंग्लैंड पहली पारी में 187 तथा दूसरी पारी में महज 68 रन पर ढेर हो गया। इस तरह मैच में एक पारी और 14 रन से हार का सामना करना पड़ा तथा एशेज जीतने की उम्मीदें भी खत्म हो गईं।
cricket.com.au से बात करते हुए पोंटिंग ने कहा कि उन्होंने मौजूदा इंग्लैंड टीम से ज्यादा ऑस्ट्रेलिया आकर खराब प्रदर्शन करने वाली टीम नहीं देखी है। ऑस्ट्रेलिया को 2006-07 में 5-0 से एशेज में जीत दिलाने वाले पोंटिंग ने इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि प्रतिद्वंदी टीम को वही करना चाहिए जो उन्होंने किया था। उन्होंने कहा,
मुझे नहीं लगता कि मैंने पिछले तीन मैचों में ऑस्ट्रेलिया में इससे खराब प्रदर्शन करने वाली टीम देखी है। हम ऑस्ट्रेलिया में इससे गुजर चुके हैं। अगर कुछ सालों पहले की बात याद करें तो, जब इंग्लैंड में हमने संघर्ष किया, हमने हालात बदले, हमने गेंद बदली, हमने सब कुछ बदल दिया क्योंकि हम उन परिस्थितियों में खराब थे। इंग्लैंड को यह देखने की आवश्यकता हो सकती है कि वे अपनी परिस्थितियों को हमारे अनुकूल कैसे बना सकते हैं।
इंग्लैंड की टीम ने लम्बे समय से ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट नहीं जीता है। उनकी आख़िरी टेस्ट जीत 2011 में आई थी।
रिकी पोंटिंग ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की तकनीक पर उठाए सवाल
पोंटिंग ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इंग्लैंड के कुछ बल्लेबाज अपनी तकनीक को देखते हुए गुणवत्ता वाले गेंदबाजों के खिलाफ शीर्ष स्तर पर खुद को बनाए नहीं रख सकते। उन्होंने काउंटी और टेस्ट स्तर पर गेंदबाजी की गुणवत्ता में काफी अंतर का हवाला दिया। उन्होंने आगे कहा,
पिछले कुछ दौरों में मैंने इंग्लैंड के शीर्ष क्रम के कुछ बल्लेबाजों को देखा है, उनकी तकनीक टेस्ट स्तर की नहीं है। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में और विश्व स्तर के गेंदबाजों के खिलाफ खराब तकनीक के कारण, आपको वही देखने को मिलता है जो आज एमसीजी में हुआ। काउंटी स्तर पर हल्की स्विंग और मध्यम गति के गेंदबाज लेकिन टेस्ट स्तर पर उस तरह की गेंदबाजी नहीं मिलेगी।