ऑस्ट्रेलियाई टीम के दिग्गज सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मुकाबले में शतक लगाने के बाद बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि 2021 के एशेज सीरीज में वापसी करने से पहले उन्हें लगा था कि उनका टेस्ट करियर अब समाप्त हो गया है। ख्वाजा के मुताबिक 44 टेस्ट मैच के बाद उन्हें लगा कि अब उनका करियर खत्म हो चुका है।
एजबेस्टन टेस्ट मैच में इंग्लैंड के पहली पारी के 393/8 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 386 रन बनाए। इसमें उस्मान ख्वाजा का योगदान काफी शानदार रहा। ऑस्ट्रेलिया की ओर से ख्वाजा ने 141 रनों की जबरदस्त शतकीय पारी खेली। ख्वाजा के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने 66 और ट्रेविस हेड ने 50 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली।
हर एक टेस्ट मैच अब बोनस की तरह है - उस्मान ख्वाजा
उस्मान ख्वाजा का इंग्लैंड की धरती पर ये पहला टेस्ट शतक है। उन्हें 2019 के एशेज सीरीज से ड्रॉप कर दिया गया था। ख्वाजा के मुताबिक 44 टेस्ट मुकाबले खेलने के बाद उन्हें लगा था कि उनका करियर खत्म हो गया है। उन्होंने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो 44 टेस्ट मैचों के बाद मुझे लगा था कि मेरा करियर समाप्त हो चुका है। मैं काफी खुश था। कई सारे प्लेयर्स को 44 टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिलता है। मैंने आठ शतक लगाए थे और एशेज सीरीज जीतने वाली टीम का भी हिस्सा रह चुका था। कई सारी सीरीज मैंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ जीती थी। इसलिए जब मुझे दोबारा खेलने का मौका मिला तो ईमानदारी से कह रहा हूं कि अब हर एक टेस्ट मैच बोनस की तरह लग रहा है। इससे कम कुछ नहीं लग रहा है।
उस्मान ख्वाजा ने ये भी कहा कि इस साल एशेज सीरीज में खेलने के लिए आने से पहले वो काफी अच्छे मानसिक स्थिति में थे।