इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। एशेज सीरीज के पहले मुकाबले में वॉर्नर को स्टुअर्ट ब्रॉड ने एक बार फिर आउट कर दिया। ये 15वीं बार है जब ब्रॉड ने वॉर्नर को टेस्ट क्रिकेट में आउट किया है। एथर्टन के मुताबिक डेविड वॉर्नर के लिए स्टुअर्ट ब्रॉड एक बुरा सपना बन गए हैं।
डेविड वॉर्नर जब पिछली बार इंग्लैंड में एशेज सीरीज खेलने के लिए गए थे तो उनके लिए वो दौरा काफी मुश्किलों भरा रहा था। वो पूरी तरह से फ्लॉप रहे थे। स्टुअर्ट ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को काफी ज्यादा परेशान किया था। स्टुअर्ट ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को सात बार अपना शिकार बनाया था। उस सीरीज में वॉर्नर का परफॉर्मेंस काफी खराब रहा था और वो 9.5 की औसत से केवल 95 रन ही बना पाए थे। इसके अलावा डेविड वॉर्नर ने बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद वापसी की थी और इसी वजह से इंग्लैंड के फैंस ने उन्हें इसको लेकर भी बू किया था।
पिछले एशेज सीरीज की यादें ताजा हो गई हैं - माइकल एथर्टन
इस बार भी एजबेस्टन टेस्ट मैच की पहली पारी में स्टुअर्ट ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को अपना शिकार बनाया। माइकल एथर्टन के मुताबिक वॉर्नर के लिए ब्रॉड एक बुरा सपना बन चुके हैं। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान कहा,
डेविड वॉर्नर के लिए सबसे खराब चीज ये है कि सीरीज के आगाज में ही उन्हें स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ आउट होना पड़ा। इससे पुरानी यादें ताजा हो गईं जो पिछली बार हुआ था। अगली बार जब वो बैटिंग के लिए आएंगे तो इंग्लैंड के बल्लेबाज उन्हें याद दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। एक बल्लेबाज के लिए ये किसी बुरे सपने से कम नहीं है। जब कोई गेंदबाज आपको बार-बार आउट करता है तो फिर उससे उबरना काफी मुश्किल हो जाता है।