इंग्लैंड (England Cricket team) के कप्तान जो रूट (Joe Root) इस समय बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। यह साल जो रूट के लिए अच्छा बीत रहा है, जहां वो 62 से ज्यादा की औसत रखते हुए 1600 से ज्यादा टेस्ट रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 6 शतक जमाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 228 रन रहा।
रूट इंग्लैंड की बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी हैं और टीम की पूरी बल्लेबाजी ईकाई उनके ईर्द-गिर्द घूमती है। उन्होंने साल में न सिर्फ घर में बल्कि उप-महाद्वीप स्थिति में भी दमदार प्रदर्शन किया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने श्रीलंका के खिलाफ 106.50 की औसत से 426 रन बनाए थे और फिर भारत के खिलाफ 4 टेस्ट में 46 की औसत से 368 रन बनाए थे।
कुछ महीने बाद जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई तो एक बार फिर रूट ने उदाहरण बनकर टीम का नेतृत्व किया और 94 की शानदार औसत से 564 रन बनाए। इसमें तीन शतक शामिल थे।
जो रूट ने दिग्गजों को पीछे छोड़ा
जो रूट ने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद टीम का संघर्ष जारी रहा। ऐसा लगा कि मानो जो रूट अकेले युद्ध लड़ रहे हैं।
बहरहाल, जो रूट ने बल्ले से 2021 में कमाल का प्रदर्शन किया और एक कैलेंडर ईयर में महान सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क से ज्यादा रन बनाए। 2008 में ग्रीम स्मिथ के बाद से रूट पहले कप्तान बने, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 1600 या ज्यादा टेस्ट रन बनाए।
इंग्लैंड के कप्तान के पास 1700 रन का आंकड़ा पार करने का शानदार मौका है, जो उपलिब्ध अब तक वेस्टइंडीज के सर विव रिचर्ड्स और पाकिस्तान के मोहम्मद युसूफ हासिल कर सके हैं। 2006 में युसूफ ने एक कैलेंडर ईयर में 1788 रन बनाए थे, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एडिलेड में दूसरा टेस्ट जारी है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी 473/9 के स्कोर पर घोषित की। जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 236 रन पर ऑलआउट हुई। जो रूट ने 116 गेंदों में 7 चौके की मदद से 62 रन बनाए।