इंग्लैंड (England Cricket team) के कप्तान जो रूट (Joe Root) ने कहा कि कप्तानी के खिलाफ आलोचना से वो बिलकुल भी परेशान नहीं है और इस समय उनका पूरा ध्यान मेलबर्न को ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) को मात देने पर लगा है। रूट ने साथ ही स्पष्ट किया कि एडिलेड टेस्ट में उनके विवादास्पद बयान के बाद उनके और गेंदबाजों के बीच कोई हितों का टकराव नहीं है।
रूट ने एडिलेड ओवल में 275 रन की शिकस्त के बाद अपने गेंदबाजों पर दोष मढ़ा था। रूट ने कहा था कि गेंदबाजों को शॉर्ट लेंथ की गेंदबाजी के बजाय फुल लेंथ की गेंदबाजी करना चाहिए थी ताकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया जा सके।
तीसरे टेस्ट से पहले जो रूट ने घोषणा की है कि उनका पूरा ध्यान मेलबर्न में स्कोर 0-2 को 1-2 करने पर लगा है। जहां तक उनकी लीडरशिप शैली पर हो रही आलोचनाओं की बात है तो उन्होंने कहा कि लोगों के अपने विचार हैं और वो उन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
रूट के हवाले से द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन ने कहा, 'एकमात्र चीज, जिसके लिए मैं चिंतित हूं, वो इस सप्ताह जीत के बारे में है। अच्छी शुरूआत करना चाहेंगे और सुनिश्चित करना चाहेंगे कि हमारे लिए पहला घंटा सही बीते। इसके अलावा अभी कुछ भी सोचने में नहीं आ रहा है। बाहर से आई टिप्पणी- वो अपने विचारों के लिए स्वतंत्र हैं। मगर हमें अपने घर में देखना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि एक ग्रुप के रूप में हम वो करें, जिसकी जरूरत हो। मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता।'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लीजेंड रिकी पोंटिंग ने रूट के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि अगर वो अपनी टीम के साथियों को प्रभावित नहीं कर सकते तो उन्हें कप्तान नहीं रहना चाहिए। इस बीच माइकल एथरटन ने कहा कि अगर एशेज सीरीज में इंग्लैंड को शिकस्त मिली तो जो रूट की कप्तानी का अंत होगा।
मैंने सीधे सवालों का जवाब दिया: जो रूट
जो रूट ने इंग्लैंड के गेंदबाजों के बारे में दिए बयान पर कहा कि उन्होंने ईमानदारी से विश्लेषण सामने रखा था। रूट ने एकजुट होकर काम करने के बारे में कहा, 'मैच के बाद मुझसे कुछ सीधे सवाल किए गए और मैंने उनका जवाब दिया। अगर आप हमसे हमारी बल्लेबाजी के बारे में पूछते तो मेरा जवाब इसी प्रकार होता। हम एक टीम के रूप में कहां हैं, वो ही बताया। यह तानाशाही नहीं, उनके साथ काम करने के बारे में है। हम खुश रहे और देखें कि चीजें कैसे हो रही हैं। हम हर चीज पर राजी नहीं हो सकते हैं। ठीक है।'