ऑस्ट्रेलियाई (Australia Cricket team) तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड (Scott Boland) ने स्वीकार किया कि देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले दूसरे आदिवासी व्यक्ति बनना बहुत मायने रखता है। बोलैंड ने साथ ही कहा कि वो उनके आदर्श बनना चाहते हैं, जो आदिवासी बच्चों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।
32 साल के बोलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में डेब्यू किया। तेज गेंदबाज ने इससे पहले 14 वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। आखिरी बार उन्होंने 2016 में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व कराया था।
जहां पैट कमिंस (36/3) और नाथन लियोन (36/3) ने ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार गेंदबाजी की, वहीं बोलैंड का टेस्ट डेब्यू भी अच्छा रहा। उन्होंने 48 रन देकर एक विकेट लिया और इंग्लैंड की पहली पारी 185 रन पर ऑलआउट हुई।
मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद बोलैंड ने कहा कि उन्हें एक दिन आदिवासी क्रिकेटरों की फौज देखने की उम्मीद है। बोलैंड ने कहा, 'बहुत छोटे क्लब में जुड़ना मायने रखता है और उम्मीद है कि यह आदिवासी समुदाय की शुरूआत है। मैं आदिवासी बच्चों को क्रिकेट खेलते देखने के लिए आदर्श बनना चाहता हूं।'
तेज गेंदबाज ने आगे कहा, 'एएफएल (ऑस्ट्रेलियाई नियम) और रग्बी में आदिवासी समुदाय बड़ी है और उम्मीद है कि एक दिन क्रिकेट में भी आदिवासी समुदाय बड़ा होगा।'
याद दिला दें कि स्कॉट बोलैंड को दूसरे टेस्ट के बाद चोटिल खिलाड़ी के कवर के रूप में ऑस्ट्रेलियाई टीम में जोड़ा गया था। हालांकि, मेजबान टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल किया।
बोलैंड वेस्टर्न विक्टोरिया स्टेट के गुलीदजन जनजाति से हैं। जेसन गिलेस्पी के बाद बोलैंड ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले दूसरे आदिवासी क्रिकेटर हैं।
फेथ थॉमस और एश्ले गार्डनर दो महिला आदिवासी क्रिकेटर्स हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है।
पहले टेस्ट विकेट पर बोलैंड की प्रतिक्रिया
स्कॉट बोलैंड ने मार्क वुड को एलबीडब्ल्यू आउट करके अपना पहला टेस्ट शिकार किया। बोलैंड पारी का 56वां ओवर डाल रहे थे, जब उन्होंने वुड को पगबाधा आउट किया। वुड रिव्यु लेने गए, लेकिन मैदानी अंपायर का फैसला सही साबित हुआ।
पहला टेस्ट विकेट लेने पर कैसा महसूस हुआ, इस पर बोलैंड ने कहा, 'जब अंपायर ने ऊंगली उठाई तो मैं बहुत उत्साहित हो गया था। मैं बहुत खुश था और मेरे सभी टीम के साथियों ने मुझे घेर लिया था। इस वजह से यह विकेट और बहुत विशेष बन गया।'
बता दें कि तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी 185 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 61/1 का स्कोर बना लिया था। मेजबान टीम अभी इंग्लैंड के स्कोर से 124 रन पीछे है जबकि उसके 9 विकेट शेष हैं।