ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के पूर्व क्रिकेटर साइमन कैटिच (Simon Katich) का मानना है कि एमसीजी पर चल रहे तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के गुणी गेंदबाजी आक्रमण का सामना करने के लिए इंग्लैंड (England Cricket team) के ओपनर्स का अनुभव बहुत कम है। कैटिच ने साथ ही कहा कि इंग्लैंड के ओपनर्स का ध्यान भी नहीं लग रहा है।
इंग्लैंड के दोनों ओपनर्स हसीब हमीद और रोरी बर्न्स की जगह आए जैक क्रॉली सस्ते में पवेलियन लौट गए। दोनों को ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अपना शिकार बनाया। मेहमान टीम की पहली पारी 65.1 ओवर में 185 रन पर ऑलआउट हुई थी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 56 टेस्ट खेलने वाले कैटिच ने एसईएन डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, 'इंग्लैंड के ओपनर्स का अनुभव काफी कम है। दोनों युवा हैं और टेस्ट स्तर पर अपने पैर जमाने की खोज में है। यह आसान नहीं है। ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी आक्रमण शानदार है और वो ऐसी परिस्थिति में गेंदबाजी कर रहे हैं, जहां इंग्लिश बल्लेबाजों को खेलने की आदत नहीं है। इंग्लैंड के बल्लेबाज ज्यादा गेंदें छोड़ नहीं पा रहे हैं।'
कैटिच ने आगे कहा, 'उछाल भरी पिच पर जितनी जल्दी आप अपने शरीर से दूर गेंद खेलना शुरू करोगे तो अतिरिक्त गति और उछाल से आपको परेशानी होगी। यह हमने अब तक की सीरीज में देखा है।'
इंग्लैंड ने अब तक तीन ओपनर्स रोरी बर्न्स, हसीब हमीद और जैक क्रॉली को आजमाया, लेकिन कोई सफल नहीं हुआ। किसी ओपनर की औसत 15 से ज्यादा नहीं रही। ओपनर्स के नहीं सफल होने के कारण डेविड मलान व जो रूट पर गहरा दबाव है।
बोलैंड का यादगार डेब्यू
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने स्वीकार किया कि देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले दूसरे आदिवासी व्यक्ति बनना बहुत मायने रखता है। बोलैंड ने साथ ही कहा कि वो उनके आदर्श बनना चाहते हैं, जो आदिवासी बच्चों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।
32 साल के बोलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में डेब्यू किया। तेज गेंदबाज ने इससे पहले 14 वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। आखिरी बार उन्होंने 2016 में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व कराया था।
जहां पैट कमिंस (36/3) और नाथन लियोन (36/3) ने ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार गेंदबाजी की, वहीं बोलैंड का टेस्ट डेब्यू भी अच्छा रहा। उन्होंने 48 रन देकर एक विकेट लिया और इंग्लैंड की पहली पारी 185 रन पर ऑलआउट हुई।