भारतीय टीम (India Cricket team) के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) ने एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) के सुपर-4 राउंड में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान (Pakistan Cricket team) के खिलाफ आसिफ अली (Asif Ali) का आसान कैच टपका दिया था। इसके बाद से अर्शदीप सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई भद्दे मैसेज किए गए। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने पंजाब के खिलाड़ी को खालिस्तानी तक कहा।
टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के खिलाफ खराब संदेश भेजने के लिए ट्रोल्स को फटकार लगाते हुए कहा कि फैंस को सोशल मीडिया पर समझदारी से काम लेना चाहिए।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर ट्रोल्स के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि युवा खिलाड़ी गेंद कैच छोड़ने के बाद भी इतना साहस था कि उसने पारी का आखिरी ओवर डाला।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने कहा, 'अर्शदीप सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला काफी करीबी कराया। उसने मुश्किल मुकाबले में पारी का आखिरी ओवर अच्छा डाला। कैच छोड़ने के बावजूद उसने दमदार वापसी की और मैच का आखिरी ओवर किया। श्रीलंका और पाकिस्तान दोनों के खिलाफ उसने शांति रखी। तो उस लड़के को बधाई।'
अश्विन ने अपने चैनल पर आगे कहा, 'मैंने अर्शदीप को अंडर-17 और अंडर-19 के दिनों से देखा है और उसके साथ पंजाब किंग्स में भी खेल चुका हूं। वो शानदार व्यक्ति है। वो ऐसा क्रिकेटर है, जिसका वर्क एथिक बेहतरीन है। मुझे भरोसा है कि यह खिलाड़ी काफी आगे जाएगा। मुझे इसमें जरा भी शक नहीं है। पाकिस्तान के खिलाफ कैच छोड़ने के बाद हमने सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ गुस्सा देखा।'
अश्विन ने साथ ही कहा, 'जनता की आंखों किसी की भी आलोचना हो सकती है। स्वीकार करता हूं। यह हमारी जिंदगी का हिस्सा है। हमें इसे स्वीकार करके आगे बढ़ना होगा। मगर निजी हमला सही नहीं है। जब मैदान में होता है तो अर्शदीप हम सभी का प्रतिनिधित्व करता है। यह सही है कि नहीं?'
अश्विन ने बताया कि अर्शदीप सिंह ने उन ट्रोल्स को पढ़ा और यह क्रिकेटर के दिमाग में हमेशा के लिए घाव छोड़ सकता है। उन्होंने कहा, 'कभी हम आम आदमी के रूप में खुद को ऐसी स्थिति में पाते हैं कि कोई आईटी इंडस्ट्री में हो या फिर फैक्टरी में काम करें। उसके कैच छोड़ने के बाद हमने भावनाओं में आकर ट्वीट किया, उसे फटकार लगाई। यह स्वीकार कर सकते हैं कि भावनाओं को जाहिर किया।'
अश्विन ने कहा, 'किसी को अपशब्द कहना पूरी तरह गलत है। कल्पना कीजिए कि अर्शदीप ने उन ट्रोल्स को पढ़ा होगा। कल्पना कीजिए कि युवा पर इसका भार पड़ा होगा। कल्पना कीजिए कि उस पर और उसके परिवार पर इसका क्या असर पड़ा होगा।'