दिग्गज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और युवा गेंदबाज टी नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। भारत ने अगर 2-1 से ये सीरीज अपने नाम की तो इसमें सबसे बड़ा योगदान इन्ही दोनों खिलाड़ियों का था। हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इसके मुताबिक चयनकर्ता शुरुआत में हार्दिक पांड्या और टी नटराजन को इस दौरे पर नहीं ले जाना चाहते थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सुनील जोशी की अध्यक्षता वाली चयन समिति एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर हार्दिक पांड्या का चयन नहीं करना चाहती थी। हार्दिक पांड्या पिछले साल अक्टूबर में चोटिल होने के बाद से ही गेंदबाजी नहीं कर रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक " कुछ चयनकर्ताओं का ये मानना था कि वो गेंदबाजी नहीं करते हैं इसलिए वो इस दौरे पर नहीं जा सकते हैं। ये हैरान करने वाली बात थी कि इन्होंने हार्दिक पांड्या की बैटिंग पर ध्यान नहीं दिया। हालांकि काफी चर्चा के बाद पांड्या को टूर पर ले जाने के लिए राजी कर लिया गया।"
सोर्स ने आगे कहा " इस तरह के फैसले दिखाते हैं कि क्या कोई बड़े पहलू के हिसाब से देख पाता है या नहीं। इस समय भले ही हार्दिक पांड्या गेंदबाजी ना कर पा रहे हों लेकिन लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में उनकी काफी अहम भूमिका है। अब से लेकर टी20 वर्ल्ड कप के बीच में इस तरह के चयन के फैसले काफी अहम रहेंगे।"
टी नटराज की गेंदबाजी को लेकर भी आई प्रतिक्रिया
सोर्स ने आगे टी नटराजन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि नेट्स में उनकी गेंदबाजी देखने के बाद ही ये स्पष्ट हो गया था कि वो टी20 सीरीज में खेलेंगे।
उन्होंने कहा "नेट में जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की उसके बाद ये बिल्कुल स्पष्ट हो गया था कि वो टी20 जरुर खेलेंगे। पहले टी20 में मिचेल स्टार्क के विकेट ने जितनी भी शंकाएं थीं उन सबको दूर कर दिया। सबको पता था कि वो कितनी बेहतरीन यॉर्कर गेंदें डालते हैं और इसलिए टी20 में उनके हिस्सा होने को लेकर कोई शक ही नहीं था।"
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Published 10 Dec 2020, 13:50 IST