ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (AUS vs SA) के बीच ब्रिस्बेन के गाबा में खेला गया टेस्ट मुकाबला महज दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया। इसी वजह से गाबा की पिच को लेकर लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने भी इस पिच पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि अब ऑस्ट्रेलिया की आलोचना क्यों नहीं की जा रही है।
गाबा की पिच घास से भरी हुई थी। गेंद में अनियमित उछाल देखा गया। ऐसे में बल्लेबाजों के लिए इस पिच पर खेलना काफी मुश्किल था। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 152 रनों पर ऑल आउट हो गई। इसके बाद मेजबान टीम ऑस्ट्रेलिया 218 रन बनाकर सिमट गई। दक्षिण अफ़्रीकी टीम दूसरी पारी में महज 99 रन बनाकर आउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट पर 35 रन बनाते हुए मुकाबले को अपने नाम कर लिया। इस तरह से ये टेस्ट मुकाबला महज दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया।
राजकुमार शर्मा के मुताबिक पिच को लेकर दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है
1931 के बाद ऑस्ट्रेलिया में ये सबसे छोटा टेस्ट मैच साबित हुआ। पूरे मैच में केवल 143.4 ओवर ही डाले जा सके और इस दौरान 34 विकेट गिरे। राजकुमार शर्मा के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की ऐसी पिच के लिए आलोचना होनी चाहिए। इंडिया न्यूज पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
जब भारतीय टीम अपने घरेलू सीरीज के दौरान रैंक टर्नर बनाती है तब काफी शोर-शराबा होता है। कई विदेशी मीडिया और हमारे अपने लोग ही काफी आलोचना तब भारत की करते हैं। हालांकि जब ऑस्ट्रेलिया ऐसी चीज करता है तब कोई हो-हल्ला नहीं मचता है। कोई भी ऑस्ट्रेलिया के ऊपर सवाल नहीं उठाता और ना ही आईसीसी हस्तक्षेप करती है। ये एक दोहरा रवैया है। विरोधी टीमें जब भारत आएं तो उन्हें रैंक टर्नर की तैयारी करके आनी चाहिए। जब हम ऑस्ट्रेलिया या साउथ अफ्रीका जाते हैं तो फिर हमें वहां हरी घास वाली पिचों पर खेलना पड़ता है।