दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पीटर सिडल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। सिडल ने अपना डेब्यू 2008 में भारत के खिलाफ किया था और 11 साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया है। अपने करियर में सिडल ने 67 टेस्ट मैच खेले और 30.66 की औसत से 221 विकेट चटकाए। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच इसी साल एशेज सीरीज के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। पीटर सिडल को जोश हेजलवुड की जगह न्यूजीलैंड के खिलाफ बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला।
सिडन ने अपने संन्यास को लेकर कहा कि उन्होंने इस बारे में कोच जस्टिन लैंगर और कप्तान टिम पेन से एशेज सीरीज के दौरान ही बात की थी। लेकिन मैंने सोचा कि अगर मौका मिले तो ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच खेलते हुए फैमिली और दोस्तों के सामने मुझे संन्यास लेना चाहिए। हालांकि ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन फिर भी अपने देश के लिए इतने सारे मैच खेलकर मैं काफी खुश हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 67 टेस्ट मैच खेल पाउंगा।
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आपको बता दें कि पीटर सिडल ऑस्ट्रेलिया के लिए 13वें सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 2010 में ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ हैट्रिक विकेट भी चटकाई थी। मोहाली में 2008 में भारत के खिलाफ उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू किया था। अपने करियर में सिडल ने 8 बार एक पारी में 5 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 2010 की एशेज सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ रहा, जब उन्होंने 54 रन देकर 6 विकेट चटकाए।
सिडल के संन्यास पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सिडल एक महान खिलाड़ी हैं और मैं हमेशा उनको अपनी टीम में सबसे पहले रखुंगा।