भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले मैच मैच में मेज़बान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 34 रन से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया।
खराब फॉर्म से जूझ रहे आरोन फिंच को भुवनेश्वर कुमार ने अपनी इनस्विंग से छकाते हुए क्लीन बोल्ड किया। उसके बाद शॉन मार्श और उस्मान ख्वाजा के बीच अच्छी साझेदारी हुई। मार्श, ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब के अर्धशतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने बोर्ड पर एक अच्छा स्कोर पोस्ट किया।
जवाब में, भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और मात्र पांच ओवरों में 4 रन के भीतर उनके तीन बल्लेबाज़ पवेलियन वापिस लौट गए। इसके बाद रोहित शर्मा और धोनी के बीच अच्छी साझेदारी देखने को मिली। धोनी के आउट होते हुए मेज़बान टीम ने मैच पर अपनी पकड़ बना ली। हालाँकि, रोहित ने शतकीय पारी खेलकर भारत को हार से बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन दुसरे छोर से किसी तरह का समर्थन ना मिलने की वजह से अंततः भारत यह मैच सिर्फ 34 रनों से हार गया। ऑस्ट्रेलिया ने अब तीन मैचों की सीरीज़ 1-0 से बढ़त बना ली है।
यहां हमने पहले वनडे में दोनों टीमों के सभी 11 खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर रेट किया है:
ऑस्ट्रेलिया
आरोन फिंच - 3
दुर्भाग्य से, फिंच अभी भी फॉर्म में वापस आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी की शुरुआत करते हुए फिंच सिर्फ छह रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन, कप्तान के तौर पर उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा।
एलेक्स कैरी - 5
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज कैरी कुलदीप यादव के आने तक अच्छे टच में दिख रहे थे। उन्होंने 24 रनों की पारी खेली लेकिन कुलदीप यादव की गेंद पर आउट हो गए।
उस्मान ख्वाजा - 6.5
टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद ख्वाजा से इस सीरीज़ में बहुत उम्मीदें हैं। उन्होंने फिंच के जल्दी आउट होने के बाद 59 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर टीम को एक संतुलन प्रदान किया। जिससे बाद में आने वाले बल्लेबाज़ खुल कर बल्लेबाज़ी कर सके।
शॉन मार्श - 6.5
मार्श वर्तमान ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप में एक और अनुभवी खिलाड़ी हैं। इस मैच में उन्होंने भी अर्धशतक लगाया और ख्वाजा के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को बोर्ड पर अच्छा स्कोर पोस्ट करने में महत्वपूर्ण किरदार निभाया।
पीटर हैंड्सकोम्ब - 8
हैंड्सकॉम्ब ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टैंडआउट बल्लेबाज थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 288 के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी 73 रनों की अपनी पारी में भारतीय स्पिनरों को वास्तव में अच्छी तरह से खेला।
मार्कस स्टोइनिस - 7
वनडे क्रिकेट की बात करें तो स्टोइनिस ऑस्ट्रेलियाई टीम के शानदार आलराउंडर हैं। उन्होंने मैच के आखिर के ओवरों में ताबड़तोड़ 47 रन बनाये और इसके बाद मध्य ओवरों में किफायती गेंदबाज़ी भी की।
ग्लेन मैक्सवेल - 4
मैक्सवेल को अपनी योग्यता दिखाने के लिए ज्यादा समय नहीं मिला। आखिरी ओवरों में बल्लेबाज़ी करने उतरे मैक्सवेल ने 11 रनों की नाबाद पारी खेली और बाद में गेंदबाज़ी भी की लेकिन इसमें वह थोड़े महंगे साबित हुए।
झाय रिचर्डसन - 9
युवा रिचर्डसन ने अपने पहले ही वनडे मैच में अपनी गेंदबाजी कौशल से सभी को प्रभावित किया। आगामी विश्व कप में वह ऑस्ट्रेलिया के अहम गेंदबाज़ होंगे। उन्होंने कोहली, रायडू और कार्तिक के विकेट लेकर भारत से यह मैच छीन लिया।
जेसन बेहरनडॉर्फ - 8
जेसन ने अपनी इनस्विंगर और आउटस्विंगर, दोनों के साथ भारतीय बल्लेबाज़ों को खूब परेशान किया और बढ़िया गेंदबाज़ी करते हुए अपने 10 ओवरों के स्पेल में 39 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए।
पीटर सिडल - 4
8 साल के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे क्रिकेट में वापसी कर रहे सिडल ने काफी सटीक गेंदबाज़ी की और 8 ओवरों में 48 रन देकर 1 विकेट हासिल किया।
नाथन लियोन - 3
यह कहना उचित होगा कि लियोन टेस्ट क्रिकेट के लिए ज़्यादा उपयुक्त है और सीमित ओवरों में वह अपना सर्वश्रेठ प्रदर्शन नहीं कर पाते। पहले वनडे में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। उन्होंने अपने स्पेल में बिना कोई विकेट लिए 50 रन दिए। लेकिन, उन्होंने मध्य ओवरों में रनों पर अंकुश लगाया।
शिखर धवन - 1
इस साल के अपने पहले वनडे में धवन बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से बाहर रहने के बाद भारतीय प्रशंसकों को उनसे एक विस्फोटक पारी की उम्मीद थी लेकिन, दुर्भाग्यवश, पारी के पहले ही ओवर में वह आउट हो गए।
रोहित शर्मा - 10
टीम इंडिया के लिए मैच के स्टैंडआउट परफॉर्मर। रोहित ने धीमी और सतर्क शुरुआत की और बाद में एक बार गेंद पर नज़रें टिक जाने के बाद तेज़ी से रन बनाए। वह 133 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन दुख की बात यह रही कि वह भारत को जीत नहीं दिला सके।
विराट कोहली - 2
कोहली ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और युवा गेंदबाज़ रिचर्डसन के जाल में फँसकर अपना विकेट गंवा बैठे। लेकिन एक कप्तान तौर पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और सही समय पर सही गेंदबाज़ को गेंद थमाई, खासकर उन्होंने कुलदीप यादव का बड़ी सूझ-बूझ के साथ इस्तेमाल किया।
अंबाती रायडू - 2
रायडू का बल्ले और क्षेत्ररक्षण दोनों क्षेत्रों में प्रदर्शन निराशाजनक था। बल्ले से भी उन्होंने कोई योगदान नहीं दिया और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
एमएस धोनी - 7
यह साल एमएस धोनी के लिए एक सकारात्मक नोट पर शुरू हुआ है। उन्होंने दिखाया है कि वह अभी भी टीम को खतरे से बचाने की क्षमता रखते हैं। जब भारत भारी संकट में था, तब धोनी ने रोहित के साथ मिलकर भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाने के लिए अच्छी साझेदारी की। भारतीय टीम के लिए धोनी का फॉर्म में आना एक सकारात्मक बात है।
दिनेश कार्तिक - 3
कार्तिक ऐसे समय में आए जब मैच भारत के नियंत्रण में था और रोहित दूसरे छोर पर अच्छी तरह से सेट थे। उन्हें सिर्फ रोहित के साथ मिलकर स्कोर को आगे बढ़ाना था लेकिन वह भी युवा गेंदबाज़ रिचर्डसन का शिकार बने और सिर्फ 12 रन ही बना सके।
रविंद्र जडेजा - 4
जडेजा ने अपने 10 ओवर के स्पेल में अच्छी गेंदबाजी की और ख्वाजा का महत्वपूर्ण विकेट लिया। लेकिन बल्लेबाज़ी में वह कुछ खास नहीं कर सके और सिर्फ 8 रन बना सके।
कुलदीप यादव - 5
एलेक्स कैरी और शॉन मार्श के दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल करने वाले कुलदीप यादव अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ दौर से गुज़र रहे हैं। मध्य ओवरों में उन्होंने रनों पर अंकुश लगाया और 10-0-54-2 के आंकड़े साथ भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ रहे।
भुवनेश्वर कुमार - 6
भुवी ने गेंद के साथ तो साधारण प्रदर्शन किया, लेकिन बल्ले के साथ उनका प्रदर्शन बहुत बढ़िया रहा। अपनी नाबाद 29 रनों की पारी में उन्होंने 4 चौके लगाए थे। उनकी बल्लेबाज़ी क्षमता निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए प्लस पॉइंट है।
मोहम्मद शमी - 3
शमी ने 10-0-46-1 के अपने गेंदबाज़ी आंकड़े के साथ अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर मध्य-ओवरों में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ों पर अंकुश लगाया।
खलील अहमद - 2
एशिया कप के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़, खलील अहमद उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। अपने आठ ओवर के स्पेल में उन्होंने बिना कोई विकेट लिए 7 की इकोनॉमी रेट से रन दिए।