शिखर धवन - 1
इस साल के अपने पहले वनडे में धवन बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से बाहर रहने के बाद भारतीय प्रशंसकों को उनसे एक विस्फोटक पारी की उम्मीद थी लेकिन, दुर्भाग्यवश, पारी के पहले ही ओवर में वह आउट हो गए।
रोहित शर्मा - 10
टीम इंडिया के लिए मैच के स्टैंडआउट परफॉर्मर। रोहित ने धीमी और सतर्क शुरुआत की और बाद में एक बार गेंद पर नज़रें टिक जाने के बाद तेज़ी से रन बनाए। वह 133 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन दुख की बात यह रही कि वह भारत को जीत नहीं दिला सके।
विराट कोहली - 2
कोहली ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और युवा गेंदबाज़ रिचर्डसन के जाल में फँसकर अपना विकेट गंवा बैठे। लेकिन एक कप्तान तौर पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और सही समय पर सही गेंदबाज़ को गेंद थमाई, खासकर उन्होंने कुलदीप यादव का बड़ी सूझ-बूझ के साथ इस्तेमाल किया।
अंबाती रायडू - 2
रायडू का बल्ले और क्षेत्ररक्षण दोनों क्षेत्रों में प्रदर्शन निराशाजनक था। बल्ले से भी उन्होंने कोई योगदान नहीं दिया और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
एमएस धोनी - 7
यह साल एमएस धोनी के लिए एक सकारात्मक नोट पर शुरू हुआ है। उन्होंने दिखाया है कि वह अभी भी टीम को खतरे से बचाने की क्षमता रखते हैं। जब भारत भारी संकट में था, तब धोनी ने रोहित के साथ मिलकर भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाने के लिए अच्छी साझेदारी की। भारतीय टीम के लिए धोनी का फॉर्म में आना एक सकारात्मक बात है।
दिनेश कार्तिक - 3
कार्तिक ऐसे समय में आए जब मैच भारत के नियंत्रण में था और रोहित दूसरे छोर पर अच्छी तरह से सेट थे। उन्हें सिर्फ रोहित के साथ मिलकर स्कोर को आगे बढ़ाना था लेकिन वह भी युवा गेंदबाज़ रिचर्डसन का शिकार बने और सिर्फ 12 रन ही बना सके।
रविंद्र जडेजा - 4
जडेजा ने अपने 10 ओवर के स्पेल में अच्छी गेंदबाजी की और ख्वाजा का महत्वपूर्ण विकेट लिया। लेकिन बल्लेबाज़ी में वह कुछ खास नहीं कर सके और सिर्फ 8 रन बना सके।
कुलदीप यादव - 5
एलेक्स कैरी और शॉन मार्श के दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल करने वाले कुलदीप यादव अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ दौर से गुज़र रहे हैं। मध्य ओवरों में उन्होंने रनों पर अंकुश लगाया और 10-0-54-2 के आंकड़े साथ भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ रहे।
भुवनेश्वर कुमार - 6
भुवी ने गेंद के साथ तो साधारण प्रदर्शन किया, लेकिन बल्ले के साथ उनका प्रदर्शन बहुत बढ़िया रहा। अपनी नाबाद 29 रनों की पारी में उन्होंने 4 चौके लगाए थे। उनकी बल्लेबाज़ी क्षमता निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए प्लस पॉइंट है।
मोहम्मद शमी - 3
शमी ने 10-0-46-1 के अपने गेंदबाज़ी आंकड़े के साथ अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर मध्य-ओवरों में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ों पर अंकुश लगाया।
खलील अहमद - 2
एशिया कप के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़, खलील अहमद उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। अपने आठ ओवर के स्पेल में उन्होंने बिना कोई विकेट लिए 7 की इकोनॉमी रेट से रन दिए।