हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में नाबाद 92 रन की तूफानी पारी खेली जिससे भारतीय टीम अपनी साख बचाने में कामयाब रही। हार्दिक पांड्या का रविन्द्र जडेजा ने बखूबी साथ निभाया। टीम को 13 रनों से जीत मिलने के बाद हार्दिक पांड्या को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था। हार्दिक पांड्या ने इस अवसर पर कहा कि मैं खुश हूँ और नटराजन और अन्य गेंदबाजों के लिए भी मुझे ख़ुशी है।
हार्दिक पांड्या ने कहा कि मैं टी20 खेलकर अच्छा बनूंगा। मैं अपने देश से खेलने के लिए माफ़ी मेहनत कर रहा था और खुश हूँ कि मुझे यह मौका मिला। वास्तव में नटराजन और अन्य गेंदबाजों के लिए भी मुझे ख़ुशी है। ऑस्ट्रेलिया में खेलने की बात आती है, तो आपको अपनी उँगलियों पर होना पड़ता है। उनके खिलाफ आपको कड़ी मेहनत कर चुनौती का सामना करना होता है।
हार्दिक पांड्या ने टीम को संभाला
कैनबरा एकदिवसीय सीरीज में हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम की डूबती हुई नैया को पार लगाया। भारतीय टीम के पांच विकेट 152 रनों के कुल स्कोर पर ही गिर गए थे। इसके बाद हार्दिक पांड्या और रविन्द्र जडेजा ने मिलकर 150 रनों की साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 300 पार पहुंचा दिया। इस साझेदारी के कारण भारतीय टीम ने 13 रनों से जीत हासिल की।
आईपीएल में बेहतरीन बल्लेबाजी का असर ऑस्ट्रेलिया में भी पांड्या के खेल में नजर आया। बड़े शॉट के लिए वह जाने जाते हैं और सीरीज में उन्होंने वही किया। पिछले मैच में तो पांड्या ने गेंदबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ का विकेट हासिल किया था। चोट के लम्बे समय बाद उन्होंने गेंदबाजी की थी। हार्दिक पांड्या की चुस्ती और आक्रामक खेल विपक्षी टीम के सोचने का विषय हेमशा रहता है। देखना होगा कि टी20 सीरीज में हार्दिक पांड्या खुद को किस तरह पेश करते हैं।