चेतेश्वर पुजारा वह नाम है जो क्रीज पर खड़े होकर गेंदबाजों के पसीने छुड़ा सकता है। चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में ऐसा कई मौकों पर किया भी है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम एक बार फिर टेस्ट सीरीज में उतरने की तैयारी में है और कंगारू टीम चेतेश्वर पुजारा को आउट करने की तैयारी कर रही है। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को चेतेश्वर पुजारा के धैर्य और तकनीक के बारे में अच्छी तरह पता है इसलिए वे उन्हें किसी भी कीमत पर हल्के में नहीं लेना चाहेंगे। दूसरी तरफ भारत की बल्लेबाजी इस सीरीज में चेतेश्वर पुजारा के ऊपर ही टिकी हुई है।
पहले टेस्ट के बाद पत्नी की डिलेवरी को लेकर विराट कोहली भारत लौट आएँगे तब वहां चेतेश्वर पुजारा ही होंगे जिनके कंधों पर भारतीय टीम के लिए रन बनाने की जिम्मेदारी होगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए कोहली के जाने के बाद और आसानी हो जाएगी। उन्हें सिर्फ पुजारा और रहाणे से निपटने की रणनीति ही बनानी होगी। रोहित शर्मा का खेलना अब भी पूरी तरह से तय नहीं हुआ है इसलिए पुजारा को पूरी समझ और सुझबुझ का परिचय पूरी सीरीज में देना होगा।
पिछली बार चेतेश्वर पुजारा चमके थे
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली बार जब चेतेश्वर पुजारा खेलने के लिए गए थे तब उनका बल्ला जमकर बोला था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से तीन शतक उस समय आए थे और उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए थे। भारतीय टीम और फैन्स इस बार भी उनके बल्ले से कुछ ऐसे ही रन निकलने की उम्मीद कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही जमीन पर हराने के लिए बल्लेबाजों को रन बनाना जरूरी है। अकेले गेंदबाज अपना काम करेंगे, इससे बात नहीं बनेगी। कंगारुओं को दबाव में लाने के लिए बोर्ड पर रन भी दिखने चाहिए। देखा जाए तो भारतीय बल्लेबाजी को लीड करने की जिम्मेदारी अब चेतेश्वर पुजारा के ऊपर ही होगी।