पहले टी20 मैच में रविन्द्र जडेजा को हेलमेट पर लगने के बाद कनकशन रिप्लेसमेंट के तौर पर युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के मोइसेस हेनरिक्स ने इस निर्णय पर सवाल उठाया है। मोइसेस हेनरिक्स ने कहा है कि रविन्द्र जडेजा को चोट लगी और रिप्लेसमेंट की जरूरत थी यह मानते हैं लेकिन उनकी जगह खेलने वाला खिलाड़ी क्या उनके जैसा ही था?
मैच के बाद प्रेस वार्ता में हेनरिक्स ने कहा कि कनकशन रिप्लेसमेंट में बाहर जाने वाले खिलाड़ी जैसा ही अन्य खिलाड़ी अन्दर आना चाहिए। हमें यह देखना होगा कि क्या रविन्द्र जडेजा के मामले में भी ऐसा ही था। हम मानते हैं कि उन्हें चोट लगी और रिप्लेसमेंट की जरूरत थी लेकिन रिप्लेसमेंट में खिलाड़ी ठीक वैसा ही होना चाहिए।
मोइसेस हेनरिक्स का बयान
इस ऑस्ट्रेलियाई ऑल राउंडर ने कहा कि रविन्द्र जडेजा एक ऑल राउंडर है लेकिन युजवेंद्र चहल एक प्रोपर गेंदबाज हैं और नम्बर ग्यारह पर बल्लेबाजी करते हैं। क्या यह जडेजा के रिप्लेसमेंट के तौर पर एकदम सही खिलाड़ी हैं? कनकशन नियम में बाहर जाने वाले खिलाड़ी के जैसा ही दूसरा खिलाड़ी आना चाहिए। हेनरिक्स ने सवाल खड़ा किया है इससे पहले जस्टिन लैंगर को भी मैच रेफरी डेविड बून से ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरू होने से पहले बातचीत करते हुए दिखाई दिए थे।
आईसीसी के कनकशन रिप्लेसमेंट के नियम में उसी तरह का खिलाड़ी होना चाहिए, जो मैदान से बाहर हुआ है। आईसीसी मैच रेफरी को रिप्लेसमेंट के तौर पर आने वाले खिलाड़ी की भूमिका तय करनी होती है। रविन्द्र जडेजा के मामले में मैच रेफरी ने युजवेंद्र चहल को यह जिम्मेदारी दी। जडेजा को फील्डिंग के दौरान गेंदबाजी करनी थी और उस समय चहल को एक गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया। चहल के मैचों के अनुभव को भी इसमें देखा गया और किसी नए खिलाड़ी से पहले उन्हें मैदान पर उतरने की इजाजत मैच रेफरी ने दी। जडेजा बल्लेबाजी कर चुके थे और उनकी भूमिका गेंदबाज के तौर पर सामने आनी बाकी थी जिसे पूरा करते हुए चहल ने 3 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को मैच में हरा दिया।
अगर चहल का प्रदर्शन खराब रहता और ऑस्ट्रेलिया की टीम जीत जाती, तो कनकशन नियम पर भी शायद वे कोई सवाल खड़ा नहीं करते।