ऑस्ट्रेलिया टीम (Australia Team) के तेज गेंदबाजों ने भारतीय ओपनर बल्लेबाजों को एडिलेड टेस्ट के पहले सेशन में ही पवेलियन भेज दिया था। इसके बाद भारतीय टीम (Indian Team) के लिए चेतेश्वर पुजारा ने क्रीज पर टिकने का मन बनाया। चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) पहले सेशन में खड़े रहे और लगभग पूरे दूसरे सेशन में भी वह क्रीज पर खड़े रहे। उन्होंने डिफेंसिव क्रिकेट खेलते हुए भारतीय टीम के विकेट बचाए रखे। चेतेश्वर पुजारा की इस अप्रोच को लेकर पूर्व भारतीय गेंदबाज प्रज्ञान ओझा का बयान आया है।
प्रज्ञान ओझा ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत करते हुए पुजारा की बल्लेबाजी को लेकर कहा कि मुझे लगता है कि पुजारा सिर्फ वही कर रहे थे जो वह करने वाले थे। वह जानते हैं कि कैसे खेलना है और वह इसे (भारत के लिए) सेट कर रहे थे। चेतेश्वर पुजारा की धीमी बल्लेबाजी को प्रज्ञान ओझा ने बिलकुल सही ठहराया है।
चेतेश्वर पुजारा रहे धीमे
क्रीज पर आने के बाद चेतेश्वर पुजारा काफी धीमी गति से बल्लेबाजी करते रहे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को परेशान तो किया लेकिन रन नहीं बनाने से दबाव भारतीय टीम के ऊपर भी बढ़ रहा था। चेतेश्वर पुजारा ने अपनी 43 रनों की पारी के लिए 160 गेंदों का सामना किया। ज्यादा डिफेंसिव होने के कारण ही वह नाथन लायन की गेंद का शिकार हो गए।
प्रज्ञान ओझा ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बेहतरीन काम किया है। उछाल ज्यादा नहीं था लेकिन भारतीय टीम के खिलाफ उन्होंने होमवर्क किया है। कुछ कैच ऐसे थे जो फील्डर तक नहीं पहुंचे।
गौरतलब है कि एडिलेड टेस्ट मैच पिंक बॉल के साथ डे-नाईट के रूप में खेला जा रहा है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने पहली पारी में छह विकेट गंवाकर 233 रन बनाए हैं। विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 74 रन बनाए। उनके अलावा पुजारा और रहाणे ने क्रमशः 43 और 42 रन की पारी खेली।