रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ एडिलेड टेस्ट मैच की पहली पारी में 4 विकेट लेकर भारत के लिए बेहतरीन काम किया। अपनी गेंदबाजी को लेकर रविचंद्रन अश्विन ने अब प्रतिक्रिया दी है। रविचंद्रन अश्विन ने भारत से बाहर खेलते हुए अपनी रणनीति के बारे में खुलासा किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उन्होंने वही किया।
मैच का दूसरा दिन खत्म होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि भारत से बाहर खेलते हुए मेरी रणनीति यही होती है कि एक छोर से मैं गेंदबाजी करूं और दूसरे पर कप्तान तेज गेंदबाज बदलता रहे। उन्होंने कहा कि अगर जल्दी विकेट गिरे हों, या पिच में मदद हो तो मैं भी विकेट लेने के लिए जाता हूँ। मेरा काम बल्लेबाजों के लिए स्थिति जितना सम्भव हो, उतनी मुश्किल करनी होती है।
रविचंद्रन अश्विन का बयान
अश्विन ने यह भी कहा कि एक गेंदबाज के लिए विदेश दौरे पर खेल के रास्तों को जानना बहुत जरूरी होता है। आप दो काम कर रहे होते हैं, सीखने के अलावा वहां की परिस्थितियों के खिलाफ खेल रहे होते हैं। मैं हर बल्लेबाज को देखता हूँ और सीखने की कोशिश करता हूँ। मैं यही करता हूँ और एक खिलाड़ी यही कर सकता है।
अश्विन ने अपनी उपलब्धियों के बारे में कुछ भी कहने से मना करते हुए कहा कि मैं अपने खेल का लुत्फ़ उठाता हूँ और बैठकर यह नहीं देखता कि यह बेस्ट था या नहीं था। टेस्ट मैच की अगली पारी की तरफ ध्यान होने की बात भी अश्विन ने कही। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान अश्विन ने विश्व के नम्बर एक टेस्ट बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को आउट किया। इसके बाद कंगारू पारी के तीन और विकेट उन्होंने झटके और भारतीय टीम को पहली पारी में बढत दिलाई। अश्विन ने विविधता के साथ गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया।