#5. सबसे श्रेष्ठ: विराट कोहली
एक बल्लेबाज के तौर पर विराट के लिए यह टेस्ट श्रृंखला इतने प्रभावशाली नहीं रही है, लेकिन भारतीय कप्तान के रूप में विराट का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट श्रृंखला जीतना विराट कोहली की कप्तानी का सबसे यादगार लम्हा है। विराट ने श्रृंखला में 40.28 की औसत से 282 रन बनाये है जिसमें एक शतक भी शामिल है।
दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद विराट की कप्तानी पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन उन्होंने तुरंत ही मुरली विजय और लोकेश राहुल को बाहर कर सबको मुंहतोड़ जवाब दिया था। मैदान पर भी खेल के दौरान उनके द्वारा लिए गये निर्णय भारत के लिए लाभदायी साबित हुए है।
#6. सबसे खराब: अजिंक्य रहाणे
भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को विदेशी दौरे पर टीम का सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाज माना जाता रहा है। लेकिन पिछले एक साल में भारत ने जितने भी विदेशी दौरे किये है उनमें रहाणे उतने असरदार साबित नहीं हुए है। इस श्रृंखला में भी रहाणे के प्रदर्शन से सभी को निराशा हाथ लगी है।
अजिंक्य रहाणे सात पारियों में सिर्फ 217 रन बनाने में कामयाब रहे है जिसमें केवल दो अर्धशतक शुमार है। मध्य क्रम में हनुमा विहारी का प्रदर्शन रहाणे से ज्यादा बेहतर रहा है। रहाणे को टेस्ट टीम में बने रहने के लिए अपने प्रदर्शन में सुधार लाने की आवश्यकता है।