भारत और ऑस्ट्रेलिया में जब भी कोई मैच होता है तो हमेशा कड़ा संघर्ष देखने को मिलता है और दोनों टीमें हर हाल में जीतना चाहती है। यह दोनों टीमें इस समय विश्व क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ टीमें हैं और अगले साल होने वाले क्रिकेट विश्व कप में ख़िताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। वर्तमान समय में, भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है जहां उसे 3 टी-20, 4 टेस्ट और 3 एकदिवसीय मैच खेलने हैं। टी-20 सीरीज तो 1-1 से बराबर रही थी लेकिन अब सबकी निगाहें इन दोनों टीमों के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज पर होंगी।
सबसे हैरानी की बात यह है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी भी मेज़बान टीम से टेस्ट सीरीज़ नहीं जीती है और अब, कंगारू टीम के तीन मुख्य खिलाड़ियों (स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बैनक्रॉफ्ट की ग़ैर-मौजूदगी में भारत के पास इतिहास रचने का मौका होगा। अतीत में, दोनों टीमों के बीच ऐसी कई विवादपूर्ण घटनाएं हुई हैं जब दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए थे।
तो आइये एक नज़र डालते हैं ऐसे तीन सबसे विवादास्पद घटनाओं पर:
#1. मंकीगेट प्रकरण
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2008 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच विवादों से भरा था। इस टेस्ट में घटित हुआ मशहूर मंकीगेट प्रकरण क्रिकेट प्रशंसकों के ज़ेहन में आज भी ताज़ा होगा। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एंड्रयू साइमंड्स को भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कथित तौर पर 'बंदर' कहा था।
हालाँकि, हरभजन ने उन्हें पंजाबी में कुछ कहा था, जिसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने गलती से 'मंकी' समझा और इस घटना से बहुत बड़ा विवाद पैदा हो गया था।
साइमंड्स ने हरभजन पर नस्लीय टिप्पणी करने आरोप लगाया था। मामला सिडनी कोर्ट पहुंचा और आरोपों की जांच के लिए एक अनुशासनात्मक पैनल गठित किया गया। आखिरकार, हरभजन पर इस प्रकरण की वजह से तीन टेस्ट मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया, हालाँकि बाद में इसे रद्द कर दिया गया।
#2. सिडनी टेस्ट 2008
सिडनी में ही खेले गए बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ के दूसरे टेस्ट मैच में अंपायर स्टीव बकनर की खराब अंपायरिंग भी विवाद का मुख्य कारण बनी थी। इसी टेस्ट में ही मंकी-गेट प्रकरण हुआ था। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में मौजूद प्रशंसकों ने मैदानी अंपायर के साथ-साथ तीसरे अंपायर को भी मेज़बान टीम के हक में निर्णय लेते देखा।
चीजें और भी बदतर हो गईं, जब मैदानी अंपायर मार्क बेन्सन ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग से पूछा कि क्षेत्ररक्षक ने गेंद को अच्छी तरह से पकड़ा था या नहीं और पोंटिंग के कहने पर उन्होंने भारतीय बल्लेबाज सौरव गांगुली को पवेलियन वापिस भेज दिया, जबकि गेंद टप्पा खाकर क्षेत्ररक्षक के हाथ में गई थी।
इसके अलावा और भी कई विवादित फैसले रहे और उस पूरे टेस्ट में अंपायर बेन्सन, बकनर और ऑक्सनफोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में कुल 9 गलत निर्णय लिए थे। इस टेस्ट के बाद अंपायर स्टीव बकनर को तीसरे टेस्ट से हटा दिया गया था और उनकी जगह न्यूज़ीलैंड के बिली बोडेन को अंपायरिंग की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी।
#3. विराट कोहली और मिचेल जॉनसन के बीच झड़प
भारतीय कप्तान विराट कोहली हमेशा अपनी भावनाओं को व्यक्त करना पसंद करते हैं। भारतीय टीम ने 2014-15 में अपना आखिरी दौरा ऑस्ट्रेलिया दौरा किया था। इस दौरे में दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक दूसरे पर ख़ूब स्लेजिंग की थी। उस दौरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली ने मेज़बान टीम पर उनके लिए अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिआई खिलाड़ियों ने कोहली को 'बिगड़ैल बच्चा' कहा था, जिसके बाद कोहली का पारा चढ़ गया और उन्होंने मेलबर्न टेस्ट में तेज़ गेंदबाज़ मिशेल जॉनसन को गुस्से में शॉट्स लगाने शुरू किये।
तनाव उस समय और बढ़ गया जब कोहली के एक शॉट को रोककर जॉनसन ने कोहली की तरफ ज़ोर से गेंद फेंकी। इससे दोनों खिलाड़ियों बीच खूब कहा-सुनी हुई। लेकिन कोहली पर स्लेजिंग करना जॉनसन को भारी पड़ा क्योंकि अपनी उस पारी में कोहली ने शानदार 169 रन बनाए थे। हालाँकि, यह टेस्ट ड्रा पर समाप्त हुआ था।
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