ऑस्ट्रेलिया को पहले टी20 मैच में हराने के लिए युजवेंद्र चहल की भूमिका अहम रही। युजवेंद्र चहल ने रविन्द्र जडेजा के हेलमेट पर गेंद लगने के बाद कनकशन सब्सटीट्यूट के तौर पर खेलते हुए तीन विकेट हासिल किये और मैच में भारत को 11 रनों से जीत हासिल हुई। मैच के बाद युजवेंद्र चहल को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। इस अवसर पर युजवेंद्र चहल ने अपनी गेंदबाजी को लेकर अहम बात बताई।
युजवेंद्र चहल ने कहा कि मैंने कई मैच खेले हैं इसलिए मानसिक रूप से फिट था। मैच शुरू होने के 10-15 मिनट पहले मुझे पता चला कि मैं खेल रहा हूँ। जिस तरह से जैम्पा ने गेंदबाजी की, उसी तरह से मैंने करने का प्रयास किया। इस पिच पर पहली पारी के दौरान रन बनाना आसान नहीं था। 150-160 रन का स्कोर अच्छा था और मैंने इसके अनुसार ही अपनी गेंदबाजी की योजना बनाई।
युजवेंद्र चहल ने मैच बदल दिया
रविन्द्र जडेजा को हेलमेट में गेंद लगने के बाद बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने असेसमेंट के लिए रोक लिया। दूसरी पारी में भारतीय टीम को कनकशन सब्सटीट्यूट के रूप में युजवेंद्र चहल को मैदान पर उतारने की अनुमति मिल गई। इसके बाद चहल ने मैच का पासा ही पलट दिया। चहल ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के के दौरान तीन बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से पवेलियन भेज दिया। भारतीय टीम के लिए 4 ओवर डालते हुए चहल ने 25 रन देकर 3 अहम विकेट चटकाए।
अचानक मैच में इस तरह से हुए बदलाव का अंदाजा शायद ऑस्ट्रेलिया की टीम को भी नहीं होगा। चहल ने अकेले मैच का पासा पलट दिया और भारत ने 11 रन से जीत दर्ज पर सीरीज में बढ़त प्राप्त कर ली। भारतीय टीम को अगले दो मैचों में से एक मैच और जीतना है। सीरीज में अब पूरा दबाव ऑस्ट्रेलिया की टीम के ऊपर ही रहेगा।