कैनबरा में खेले गए वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज (AUS vs WI) को 8 विकेट से हराया और तीन मैचों की वनडे सीरीज 3-0 से अपने नाम की। पहले खेलते हुए वेस्टइंडीज की टीम 24.1 ओवर में 86 का स्कोर बनाकर ऑलआउट हो गई, जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6.5 ओवर में 87/2 का स्कोर बनाया। यह ऑस्ट्रेलिया में पूरा होने वाला सबसे छोटा वनडे मुकाबला रहा। ऑस्ट्रेलिया के लिए मौजूदा सीरीज में डेब्यू करने वाले जेवियर बार्टलेट (4/21) को प्लेयर ऑफ द मैच और दो मैचों में 8 विकेट के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और शुरुआत से ही वेस्टइंडीज को झटके देना शुरू कर दिया। पारी के तीसरे ही ओवर में ओपनर केजोर्न ओटले 8 रन बनाकर जेवियर बार्टलेट का शिकार बने। किसी कार्टी 10 और कप्तान शाई होप भी 4 रन बनाकर चलते बने। 13वें ओवर में कैरेबियाई टीम को चौथा झटका लगा और टेडी बिशप अपना खाता खोले बिना ही 44 के स्कोर पर आउट हो गए। एलिक अथानाज़े ने कुछ देर टिकने का प्रयास किया लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए और 60 गेंदों में 32 रन बनाकर 71 के स्कोर पर 20वें ओवर में आउट हो गए।
विकेटों का सिलसिला आगे भी जारी रहा और शेष बल्लेबाजों में से केवल रोस्टन चेस (12) ही दोहरे अंक के स्कोर तक पहुँच पाए। बाकी के बल्लेबाज सस्ते में निपट गए और इसी वजह से पारी 24.1 ओवर में समाप्त हो गई। इस तरह वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना दूसरा सबसे कम वनडे स्कोर बनाया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जेवियर बार्टलेट ने चार, लांस मॉरिस और एडम ज़म्पा ने दो-दो विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत धमाकेदार रही। जेक फ्रेजर-मैकगर्क और जोश इंग्लिश की जोड़ी ने चौथे ओवर में ही ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को 50 के पार पहुंचा दिया। मैकगर्क ने ज्यादा आक्रामक तेवर दिखाए और तेजी से रन बनाने के प्रयास में 18 गेंदों में 41 रन बनाकर पांचवें ओवर में अल्जारी जोसेफ का शिकार बने। बल्लेबाजी करने आये आरोन हार्डी कुछ खास नहीं कर पाए और वह 2 रन बनाकर 80 के स्कोर पर ओशेन थॉमस की गेंद पर आउट हो गए। कप्तान स्टीव स्मिथ ने 3 गेंदों में नाबाद 6 रन बनाकर मैच खत्म किया। इंग्लिश 16 गेंदों में 35 रन बनाकर नाबाद रहे।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने 259 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की, जो गेंदों के लिहाज से उसकी सबसे बड़ी जीत भी है। इससे पहले उसने 2004 में यूएसए के खिलाफ 2004 में 253 गेंद शेष रहते मुकाबला अपने नाम किया था।