ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ (Steve Smith) अपना चौथा वनडे वर्ल्ड कप (World Cup 2023) खेलने को तैयार हैं, जिसकी शुरुआत 5 अक्टूबर से भारत में हो चुकी है। उन्होंने सबसे पहले 2011 में वर्ल्ड कप खेला था और तब उनकी भूमिका काफी अलग थी। हालाँकि, अब वह अपनी टीम के प्रमुख बालेल्बाजों में से एक हैं। दिग्गज खिलाड़ी ने भी माना कि तब उनकी भूमिका निचले क्रम में बल्लेबाजी की थी लेकिन अब वह टॉप में बल्लेबाजी करते हैं और यही एक बड़ा बदलाव है।
2011 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की कमान रिकी पोंटिंग के हाथों में थी। उस टीम में माइकल क्लार्क, माइकल हसी, कैमरन वाइट और डेविड हसी जैसे धाकड़ खिलाड़ी थे और स्मिथ एक स्पिन ऑलराउंडर की भूमिका में थे। दाएं हाथ के खिलाड़ी ने छह मैचों में बल्ले से सिर्फ 53 रन बनाये और गेंदबाजी में सिर्फ एक विकेट ही चटकाया था। हालाँकि, अब वह एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज बन चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया के लिए टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हैं।
2023 वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के पहले मुकाबले से पूर्व cricket.com.au के हवाले से स्मिथ ने कहा,
अब मेरी भूमिका शायद पिछली बार की तुलना में थोड़ी अलग है और तब मैं स्पिनर था। अब चीजें थोड़ी बदल गई हैं। मुझे लगता है कि मैं नीचे के आखिरी चार बल्लेबाजी क्रम के बजाय टॉप चार में बल्लेबाजी करूंगा इसलिए यह बड़ा अंतर है।
इस वर्ल्ड कप में हम अपना पूरा जोर लगाना चाहते हैं - स्टीव स्मिथ
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि उनकी टीम में शामिल कई खिलाड़ियों के लिए यह आखिरी वनडे वर्ल्ड कप हो सकता है। इसी वजह से वे सब अपनी टीम को चैंपियन बनाने के लिए पूरा दमखम लगाना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने भविष्य को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा,
हम में से कई लोगों के लिए, यह हमारा आखिरी (वनडे वर्ल्ड कप) हो सकता है, इसलिए हम सभी को विजेता बनाना चाहते हैं और खुद को जीतने का हर मौका देना चाहते हैं। मैं देखूंगा कि इसके बाद चीजें कहां हैं और लोगों से बात करूंगा और देखूंगा कि मेरे आसपास उनके क्या विचार हैं। लेकिन अगले छह हफ्ते मेरा पूरा ध्यान वर्ल्ड कप पर है और इसके बाद ही कुछ सोचूंगा।