शुक्रवार से श्रीलंका और अफगानिस्तान (SL vs AFG) के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज की शुरुआत हुई, जिसका पहला मुकाबला जबरदस्त रहा और जमकर रनों की बारिश हुई। पहले वनडे में श्रीलंका ने हाई स्कोरिंग मुकाबले में जीत दर्ज की लेकिन अफगानिस्तान ने भी अपनी बल्लेबाजी से जबरदस्त जवाब दिया। इसका श्रेय अज्मतुल्लाह ओमरज़ई (Azmatullah Omarzai) और मोहम्मद नबी (Mohammad Nabi) की जोड़ी को जाता है, जिन्होंने अफगानिस्तान के लिए सबसे बड़ी और छठे विकेट के लिए वनडे में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाते हुए अपनी टीम को एकतरफा हार से बचाया।
पल्लेकेले में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पैथुम निसांका के नाबाद दोहरे शतक की बदलौत 381/3 का स्कोर बनाया। लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान की शुरुआत खराब रही और टीम ने सिर्फ 55 के स्कोर तक अपने 5 विकेट गंवा दिए। लग रहा था कि अफगानिस्तान को एक करारी हार झेलनी पड़ी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अज्मतुल्लाह ओमरज़ई ने अपने करियर का पहला और मोहम्मद नबी ने दूसरा शतक जमाकर 242 रनों की बड़ी साझेदारी की 300 के करीब पहुंचा। नबी (136) के आउट होने के बाद ओमरज़ई अकेले पड़ गए। अफगानिस्तान को 42 रनों से हार का सामना करना पड़ा और ओमरज़ई 149 रन बनाकर नाबाद लौटे।
ये दोनों छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए लेकिन दूसरे स्थान पर कब्ज़ा जमा लिया। इससे पहले वनडे फॉर्मेट में छठे विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड एमएस धोनी और महेला जयवर्धने की जोड़ी के नाम था, जिन्होंने 2007 में अफ्रीका XI के खिलाफ चेन्नई में 218 रन जोड़े थे।
वहीं, इस मामले में सबसे ऊपर न्यूजीलैंड के ग्रांट एलियट और ल्यूक रोंची की जोड़ी विराजमान है। इन दोनों ने 2015 में डुनेडिन में श्रीलंका के खिलाफ 267 रनों की अविजित साझेदारी की थी और छठे विकेट के लिए वनडे में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था।