पाकिस्तान क्रिकेट में इस वक्त कई सारे बड़े डेवलपमेंट हो रहे हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने किया। उन्होंने कहा कि बाबर आजम (Babar Azam) कराची टेस्ट मैच के दूसरे दिन पीसीबी (PCB) का विरोध करने के लिए मैदान में नहीं उतरे और एक घंटे के बाद मैदान में आए। राशिद लतीफ के मुताबिक पीसीबी को इस मामले को सुलझाना चाहिए।
दरअसल कराची टेस्ट मैच के दूसरे दिन बाबर आजम सुबह मैदान में नहीं उतरे। उनकी जगह पर मोहम्मद रिजवान ने कप्तानी का जिम्मा संभाला। शुरूआत में ये बताया गया कि सिरदर्द की वजह से बाबर आजम मैदान में नहीं आए। हालांकि बाद में खबरें आईं कि रात को डिनर के लिए जाते वक्त बाबर आजम की सुरक्षाकर्मियों से बहस हो गई थी और इससे वो काफी नाराज थे और इसी वजह से वो मैदान में नहीं आए।
रमीज राजा को इस मामले की जांच करवानी चाहिए - राशिद लतीफ
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने इस बारे में एक न्यूज चैनल पर बताया और कहा कि ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रमीज राजा को तुरंत इस पर एक्शन लेना चाहिए। उनके मुताबिक बाबर और पीसीबी के बीच का विवाद पाकिस्तान क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा,
सवाल तो निश्चित तौर पर उठेंगे। चेयरमैन रमीज राजा को देखना चाहिए कि इसमें किसकी गलती है। कराची में किसी नए शख्स को लगाया गया है लेकिन उन्हें ये पता होना चाहिए कि वो प्लेयर्स की देखभाल के लिए हैं, उन्हें परेशान करने के लिए नहीं। बाबर आजम पाकिस्तान टीम के कप्तान हैं और उनकी इज्जत होनी चाहिए। मेरे हिसाब से विरोध में बाबर आजम ने मैदान में उतरने से मना कर दिया। मतलब पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान अपने ही बोर्ड के खिलाफ अपनी ही सिक्योरिटी के लिए प्रोटेस्ट कर रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए।