भारत (India Cricket team) के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने बुधवार को बांग्लादेश (Bangladesh Cricket team) के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 90 रन की उम्दा पारी खेली, लेकिन शतक जमाने से चूक गए। पुजारा ने कहा कि वह बुधवार को अपने टेस्ट करियर का 19वां शतक जमाने से चूकने पर निराश नहीं हैं।
भारतीय कप्तान केएल राहुल ने जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने 90 ओवर में 6 विकेट खोकर 278 रन बना लिए हैं। श्रेयस अय्यर 82* रन बनाकर क्रीज पर जमे रहे।
ध्यान हो कि पुजारा ने जनवरी 2019 के बाद से टेस्ट शतक नहीं जमाया है। अनुभवी बल्लेबाज ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाना था। पुजारा की पारी का अंत बाएं हाथ के स्पिनर तैजुल इस्लाम ने किया। भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि यहां की पिच बल्लेबाजों के लिए किसी भी मायने में आसान नहीं थी।
पुजारा ने पहले दिन के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'पिच बल्लेबाजी के लिए बिलकुल भी आसान नहीं है। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने अच्छी तरह खेला। कभी हम शतक के आंकड़ें पर गौर करते हैं, लेकिन खेल में सबसे महत्वपूर्ण भाग तब होता है जब आप प्रयास करके टीम को ऐसी स्थिति में पहुंचाएं जहां से मैच जीतने का मौका बने।'
ध्यान दिला दें कि भारतीय टीम ने जल्द ही चार विकेट गंवा दिए थे। फिर पुजारा और अय्यर ने पांचवें विकेट के लिए 149 रन की साझेदारी करके भारत को मुश्किल से उबारा।
सौराष्ट्र के बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि श्रेयस के साथ हुई साझेदारी अहम थी, जिससे टीम वापसी कर सकी। पुजारा ने कहा, 'पिच ऐसी लग रही है कि मैच का नतीजा निकलेगा और हमें कुछ रन बोर्ड पर टांगने की जरूरत है। तो मेरे ख्याल से श्रेयस के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण थी। साथ ही ऋषभ के साथ भी क्योंकि हमने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए थे। तब हमें साझेदारी करके सम्मानजनक स्कोर खड़ा करना था।'
उन्होंने आगे कहा, 'इसलिए मैंने जिस तरह बल्लेबाजी की, उससे खुश हूं और शतक को लेकर चिंतित नहीं हूं। अगर मैंने इसी तरह खेलना जारी रखा और शतक भी जल्द लगेगा।'