BCB request government for security consultant ahead of PAK Tour: पाकिस्तान में आतंकी हमलों के कारण कई साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बंद रहा लेकिन फिर हालत में सुधार के बाद दोबारा से टीमों ने दौरा करना शुरू किया। हालांकि, अभी भी जो टीम पाकिस्तान के दौरे पर आती है, उसके मन में सुरक्षा को लेकर कई सवाल होते हैं और पूरी तरह से तसल्ली के बाद ही मुकाबले खेलती है। अब ऐसा ही कुछ बांग्लादेश की तरफ से देखने को मिल रहा है, जिसे पाकिस्तान में अगस्त के महीने दो टेस्ट मुकाबले खेलने हैं। इस दौरे के लिए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने सरकार से सुरक्षा सलाहकार की मांग की है।
पाकिस्तान में खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज के लिए बांग्लादेश की टीम 17 अगस्त को पहुंचेगी। इस सीरीज के अंतर्गत होने वाले मुकाबले आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 चक्र का भी हिस्सा हैं। सीरीज का पहला टेस्ट 21 से 25 अगस्त के बीच रावलपिंडी में खेला जाना है, जबकि दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से 3 सितम्बर के बीच कराची में होगा।
बीसीबी ने की पाकिस्तान दौरे के लिए सुरक्षा सलाहकार की मांग
बीसीबी के क्रिकेट ऑपरेशन अध्यक्ष जलाल यूनुस ने बुधवार को रिपोर्टर्स को बताया,
"आपने हाल के दिनों में देखा होगा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय टीमों ने भी पाकिस्तान का दौरा किया है और वे उनके द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा से काफी खुश हैं, हम भी सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं लेकिन सब कुछ जानने के बाद और सुरक्षा के संबंध में उनसे आश्वासन मिलने के बाद हमने दौरा तय किया है। साथ ही हमने सरकार से अनुरोध किया है कि दौरे के दौरान हमें एक सुरक्षा सलाहकार दिया जाए जो सुरक्षा मुद्दों के बारे में हर समय उनके साथ बातचीत बनाए रखे।"
आपको बता दें कि बांग्लादेश के दौरे से पहले ए टीम इस्लामाबाद जाएगी, जहां पर उसे दो चार दिवसीय मैच और तीन 50 ओवर के मुकाबले खेलने हैं। पहले चार दिवसीय मुकाबले के लिए स्क्वाड में मुशफिकर रहीम और मोमिनुल हक समेत कई अन्य टेस्ट खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, ताकि पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए अच्छे से तैयारी हो सके। माना जा रहा है कि बांग्लादेश की सीनियर टीम पाकिस्तान में एक भी अभ्यास मैच नहीं खेलेगी। इसी वजह इन खिलाड़ियों को ए टीम का हिस्सा बनाया गया है।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के जाने पर भी संदेह
अगले साल पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी भी खेली जानी है और इसके लिए बीसीसीआई ने अभी तक टीम इंडिया के जाने को लेकर चुप्पी साध रखी है। भले ही अभी तक बोर्ड ने कुछ ना कहा हो लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह एशिया कप के लिए पिछले साल टीम इंडिया ने हाइब्रिड मॉडल का विकल्प चुना था, उसी तरह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी रूख अपना सकती है। हालांकि, पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी हाइब्रिड मॉडल के विरोध में हैं। वहीं, पीसीबी भी नहीं चाहेगी कि उनकी मेजबानी होने के बावजूद टूर्नामेंट के मैच देश के बाहर खेले जाएं।