जिम्बाब्वे को तीसरे और अंतिम वनडे मैच में डकवर्थ लुईस नियम से 123 रन से हराकर बांग्लादेश ने 3-0 से सीरीज जीत ली। बारिश के बाद 43 ओवर के मैच में बांग्लादेश ने तीन विकेट पर 323 रन बनाए। जवाब में खेलते हुए जिम्बाब्वे की टीम 37।3 ओवर में 218 रन पर सिमट गई। बतौर कप्तान मशरफे मोर्तजा का यह अंतिम मैच था, उन्हें बीसीबी ने सम्मानित किया और शानदार विदाई दी। लिटन दास को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। इसके अलावा लिटन दास और तमीम इक़बाल को संयुक्त रूप से मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया।
टॉस जीतकर जिम्बाब्वे ने फील्डिंग करना का फैसला लिया लेकिन यह सही साबित नहीं हुआ। बांग्लादेश के ओपनर बल्लेबाज तमीम इकबाल और लिटन दास ने पहले विकेट के लिए 292 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। यह वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहले विकेट के लिए चौथी सबसे बड़ी साझेदारी है। दोनों बल्लेबाजों ने शतक जड़े और मेहमान गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। हालांकि लिटन दास को पांच से छह जीवनदान मिले जिनका फायदा उन्होंने उठाया। दास ने 143 गेंद पर 176 रन बनाए जिसमें 16 चौके और आठ छक्के थे। इक़बाल ने 109 गेंद पर नाबाद 128 रन बनाए। दोनों की इन पारियों के कारण बांग्लादेश ने 43 ओवर में तीन विकेट पर 323 रन बनाए। जिम्बाब्वे के लिए कार्ल मुम्बा ने 3 विकेट झटके।
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लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे को कामुनहुकुम्वे (4) के रूप में पहला झटका लगा। उसके बाद उनके बल्लेबाज आउट होते रहे। सीन विलियम्स ने तीस रन बनाए लेकिन अपना संयम खोकर आउट हो गए। उनके अलावा मधेवेरे ने 42 और सिकन्दर रजा ने 61 रन बनाए। अन्य कोई खिलाड़ी क्रीज पर नहीं टिका और पूरी टीम अड़तीसवें ओवर में 218 रन पर पूरी जिम्बाब्वे की टीम सिमट गई। मोहम्मद सैफुद्दीन ने चार और तैजुल इस्लाम ने दो विकेट झटके